Pars Today
आप शुद्ध इस्लाम की शिक्षाओं और बिद्अत, शिफ़ाअत, क़ब्र के दर्शन और तवस्सुल के बारे में तकफ़ीरियों के विरोधाभासी विचार से परिचित हुए।
हमने महापुरुषों की क़ब्रो के दर्शन के विषय की समीक्षा की थी।
हमने इस्लाम की महान हस्तियों की सिफ़ारिश के संबंध में तकफ़ीरियों के ग़लत विचार की समीक्षा की थी।
जो चीज़ धर्म में नहीं है उसे धर्म का हिस्सा मान लेने को बिदअत कहते हैं।
तकफ़ीरी आतंकवादी गुट का मानना है कि शिया मुसलमान, अधर्मी हैं।
हमने तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश के संगठनात्मक ढांचे की व्याख्या की थी और इस बिन्दु की ओर इशारा किया था कि दाइश के मद्देनज़र ख़िलाफ़त में देशों के बीच सीमाओं की अहमियत नहीं है बल्कि इस्लाम के संबंध में उनका दृष्टिकोण दाइश के शासन की सीमा को निर्धारित करता है।
हमने दाइश द्वारा अपने सरग़ना अबू बक्र अलबग़दादी को ख़लीफ़ा मानने के विषय की समीक्षा की थी।
हमने उल्लेख किया था कि दाइश ख़ुद को अंतिम काल में मानवता को मुक्ति दिलाने वाला गुट मानता है।
हमने दाइश की विचारधारा के आधार के बारे में चर्चा की थी।
इससे पहले हमने शुद्ध इस्लामी शिक्षाओं के अनुसार ईमान तथा कुफ़्र की परिभाषा के बारे में आपको बताया।