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सीरिया में एक और ईरानी सैन्य सलाहकार शहीद
Feb ०२, २०२४ १७:२७ज़ायोनियों के हवाई हमले में सीरिया में एक अन्य ईरानी सैन्य सलाहकार शहीद हो गए।
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हज़ारों फ़िलिस्तीनियों का ख़ून पीने के बावजूद इस्राईल की ख़ूनी प्यास अभी बुझी नहीं है
Jan ३०, २०२४ ११:३१हुसैन अकबरी का कहना है कि ज़ायोनियों के हमले कभी भी प्रतिरोधकर्ताओं के संकल्प को तोड़ नहीं पाएंगे।
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क्षेत्र के प्रतिरोधक गुट ईरान से आदेश नहीं लेते हैं" नासिर कनआनी
Jan २९, २०२४ १७:०९विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी ने प्रेस वार्ता में कहा कि क्षेत्र के प्रतिरोधी गुट ईरान से आदेश नहीं लेते हैं और फिलिस्तीन और अपने देशों की रक्षा करने में प्रतिरोधी गुटों के फैसलों में ईरान की कोई भूमिका नहीं है।
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अमरीका द्वारा सीरिया के ख़िलाफ़ दाइश के इस्तेमाल की रूस ने की आलोचना
Jan २७, २०२४ १४:०५25 जनवरी को, क़ज़ाख़िस्तान में अस्ताना प्रक्रिया बैठक के बाद, सीरिया में रूसी राष्ट्रपति के प्रतिनिधि अलेक्ज़ेंडर लावेरेंटिओव ने घोषणा की कि इस बैठक में भाग लेने वाले देश (रूस, ईरान और तुर्की) सीरिया में अशांति और अमरीकी सैन्य उपस्थिति को जोड़कर देखने पर सहमत हैं।
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पश्चिमी एशिया में सिर छिपाने की जगह ढूंढते अमेरिकी सैनिक, इराक़ के बाद सीरिया में हुई मिसाइलों की बारिश
Jan २४, २०२४ १५:३०पूर्वी सीरिया में आतंकी अमेरिकी सैन्य अड्डे पर एक बार फिर मिसाइलों से हमला किया गया है।
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सीरिया में ईरान के 5 सैन्य सलाहकार शहीद
Jan २१, २०२४ १५:५९अवैध ज़ायोनी शासन के हमले में सीरिया के भीतर ईरान के कई सैन्य सलाहकार शहीद हो गए।
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सीरिया ने इस्राईल के अपराधों की भर्त्सना की
Jan २१, २०२४ १२:२०सीरिया के विदेशमंत्रालय ने कहा है कि विश्व समुदाय को जायोनी सरकार के अपराधों को रोकवाने के लिए तुरंत कदम उठाना चाहिये।
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दमिश्क़ में ईरानी सैन्य सलाहकार शहीद
Jan २०, २०२४ १६:०७ज़ायोनियों के हमले में 4 ईरानी सैन्य सलाहकार शहीद हो गए।
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फ़िलिस्तीनियों का बदला, सीरिया में अमरीकी सैन्य ठिकानों पर फिर हमला
Jan १५, २०२४ ११:०६फ़िलिस्तीनियों के खिलाफ जारी हमलों के जवाब में इराक़ के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन ने एक बार फिर सीरिया में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है।
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रिपोर्टः दाइश को देखकर आपको क्या लगता है? इस्लाम को आतंकवाद सो जोड़कर देखने वालों, ज़रा आंखे खोलकर सच भी देखो!
Jan ०७, २०२४ १६:३५वैसे तो इस बात में कोई शक नहीं है कि हर धर्म में किसी न किसी एक वर्ग का कट्टरवाद और चरमपंथ की ओर झुकाव हो जाता है। यह केवल इस्लाम धर्म की बात नहीं है, बल्कि दुनिया के ज़्यादातर धर्मों में कुछ इसी तरह की स्थिति पाई जाती है। लेकिन सवाल यह उठता है कि आख़िर आतंकवाद का जन्म कैसे हुआ और इसको इस्लाम धर्म से ही जोड़कर क्यों दुनिया के सामने पेश किया जाने लगा? तो इसके बहुत सारे जवाब हैं जिन सबका यहां उल्लेख नहीं किया जा सकता है। लेकिन एक दो पहलुओं को हम बयान करने का प्रयास ज़रूर करेंगे।