पुलिस तो पुलिस है भाई, चाहे अमरीका की हो या भारत की, जोधपुर में जॉर्ज फ्लॉयड की घटना दोहराई गयी
अमरीका में अश्वेत नागरिक की गर्दन दबाकर हत्या का मामला अभी ठंडा नहीं हुआ था कि उसकी तरह की एक अन्य घटना भारत में घटी जिस पर सोशल मीडिया में काफ़ी बहस हो रही है।
अमरीका में पुलिसकर्मी ने अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की गर्दन को घुटनों से इतनी ज़ोर से दबाया कि उसका दम घुट गया ठीक उसी तरह राजस्थान के जोधपुर में भी कुछ पुलिसकर्मियों ने एक व्यक्ति का मोबाइल छीनने के लिए उसकी गर्दन को घुटनों से दबाए रखा।
पुलिस का दावा है कि मास्क के लिए टोकने पर व्यक्ति ने पुलिसकर्मियों पर हमला किया था। रिपोर्ट में बताया गया है कि जोधपुर के देवनगर थाना क्षेत्र में पुलिसकर्मी बिना मास्क पहने लोगों का चालान काट रहे थे। इस दौरान युवक की उन पुलिसकर्मियों से बहस होने लगी। बताया जा रहा है कि उसने जेब से मोबाइल निकालकर वीडियो बनाने की कोशिश की। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसका मोबाइल छीनने के लिए उसे ज़मीन पर गिरा दिया और फिर घुटने से उसकी गर्दन को काफ़ी देर तक दबाए रखा।
ज्ञात रहे कि 25 मई को अमरीका में इसी तरह एक अश्वेत युवक की गर्दन को एक पुलिसकर्मी ने आठ मिनट तक घुटने से दबाए रखा जिससे उस व्यक्ति की मौत हो गयी। इसके विरोध में अमरीका में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया तथा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को सेना बुलानी पड़ी। (AK)