वीडियो रिपोर्टः चंद्र गुप्ता ईरान के पवित्र शहर मशहद क्यों जाना चाहते हैं? भारतीय नौजवान की फ़ारसी भाषा से लगाव की क्या है वजह?
Jan ११, २०२१ १६:१० Asia/Kolkata
31 साल के इस भारतीय नौजवान ने दिल्ली विश्वविद्यालय से फ़ारसी और संस्कृत भाषाओं में डाक्ट्रेट की है ......... इन्होंने ईरानी लेखकों और कवियों की रचनाओं का हिंदी में अनुवाद किया है और इसी प्रकार पिछली शताब्दियों में हिंदी से फारसी में अनुवाद की गई पुस्तकों की समीक्षा की है। मैंने मौलाना की मसनवी की 125 कहानियों को हिंदी में अनुवाद किया है। इन्होंने 6 महीने ...