ईरान ने यमन संकट के बारे में अपने पत्ते खोल दिए...
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इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रवक्ता और यमन की राष्ट्रीय मुक्ति सरकार की वार्ताकार टीम के प्रमुख के साथ मुलाक़ात में कहा कि ईरान ने हमेशा यमनी लोगों की इच्छा के लिए अपने समर्थन का एलान किया है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Sep १२, २०२२ १३:२९ Asia/Kolkata

इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री ने यमन के जनांदोलन अंसारुल्लाह के प्रवक्ता और यमन की राष्ट्रीय मुक्ति सरकार की वार्ताकार टीम के प्रमुख के साथ मुलाक़ात में कहा कि ईरान ने हमेशा यमनी लोगों की इच्छा के लिए अपने समर्थन का एलान किया है।

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने रविवार को अंसारुल्लाह के प्रवक्ता और यमन की राष्ट्रीय मुक्ति सरकार की वार्ताकार टीम के प्रमुख मुहम्मद अब्दुस्लाम से मुलाक़ात में यमन में युद्धविराम के विस्तार के लिए ईरान के समर्थन की घोषणा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यमन की नाकेबंदी पूरी तरह से हटाए जाने से मानवीय मदद के रास्ते खुल जाएंगे।

इस मुलाक़ात में मुहम्मद अब्दुस्सलाम ने भी युद्धविराम के मुख्य तत्वों के अधूरे कार्यान्वयन और दूसरे पक्ष के घोर उल्लंघनों की आलोचना करते हुए यमन में किसी भी न्यायपूर्ण शांति की उन्नति के लिए यमनी लोगों के मानवीय मुद्दों की पूर्ति को आवश्यक क़रार दिया।

यमनी जनता की अमानवीय नाकाबंदी को ख़त्म करना, युद्धविराम की स्थापना और इस देश पर थोपे गये युद्ध को रोकना, उन मुद्दों में है जो सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के सैन्य आक्रमण के बाद से हमेशा ईरान के एजेंडे में रहा हैं।

वास्तव में ईरान पहला देश था जिसने यमन में युद्ध की शुरुआत के बाद से घोषणा की थी कि यमन संकट का समाधान सैन्य विकल्प नहीं है बल्कि इसका राजनीति हल निकाला जाए। तत्काल युद्धविराम सहित चार सूत्रीय योजना प्रस्तुत करना, मानवीय सहायता के वितरण में तेज़ी लाना, नाकाबंदी को हटाना, सभी यमनी गुटों के बीच संवाद और एक समावेशी राष्ट्रीय सरकार का गठन यमनी संकट को हल करने के लिए ईरान के उपायों में से है।

ईरान भी अन्य देशों के साथ परामर्श जारी रखते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ सहित अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर इस मुद्दे को आगे बढ़ाता रहा है और तेहरान ने हमेशा से इस बात पर बल दिया है कि यमन संकट को हल करने के लिए अकेले युद्धविराम पर्याप्त नहीं है क्योंकि अन्य पूरक उपाय, विशेष रूप से नाकाबंदी को हटाना, आवश्यक है ताकि यमनी लोगों को बुनियादी और मानवीय सहायता और बुनियादी आवश्यकताएं प्राप्त करना संभव हो सके।

ऐसी स्थिति में जहां यमन के लोगों को भोजन और ईंधन की सख्त ज़रूरत है, यमन से लाखों बैरल तेल चोरी करने के अलावा, सऊदी गठबंधन ने यमन में तेल की चोरी और ईंधन की कमी के संकट को हवा दी और आयल टैंकर्स प्रवेश को बाधित कर दिया।

यमन ऑयल कंपनी के प्रवक्ता एसाम मुतवक्किल ने कहा कि सऊदी गठबंधन यमन के बंदरगाहों पर ईंधन ले जाने वाले जहाजों के नियमित आगमन को रोक रहा है जबकि संयुक्त राष्ट्र संघ यमन की नाकाबंदी को हटाने के लिए कुछ नहीं कर रहा है।

ईरान का मानना ​​​​है कि एक स्थायी युद्धविराम की प्राप्ति यमन पर प्रतिबंधों को पूरी तरह से रद्द करने पर निर्भर करती है और इसका मतलब यह है कि इस देश में मानवीय मुद्दे से निपटने के लिए यमन की मानवीय नाकाबंदी को पूरी तरह से ख़त्म कर दिया जाना चाहिए। (AK)

 

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