पवित्र नगर क़ुम में विलायत के समर्थन में ऐतिहासिक सभा
https://parstoday.ir/hi/news/iran-i119392-पवित्र_नगर_क़ुम_में_विलायत_के_समर्थन_में_ऐतिहासिक_सभा
ईरान के पवित्र नगर क़ुम में बड़ी संख्या में धार्मिक मदरसों के छात्रों ने मीसाक़े विलायत नामक एक भव्य सभा में भाग लिया और इस्लामी क्रांति के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा की घोषणा की।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Dec ०७, २०२२ २०:५८ Asia/Kolkata
  • पवित्र नगर क़ुम में विलायत के समर्थन में ऐतिहासिक सभा

ईरान के पवित्र नगर क़ुम में बड़ी संख्या में धार्मिक मदरसों के छात्रों ने मीसाक़े विलायत नामक एक भव्य सभा में भाग लिया और इस्लामी क्रांति के सिद्धांतों और मूल्यों के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा की घोषणा की।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान के पवित्र नगर क़ुम के फ़ैज़िया मदरसे में आयोजित एक विशाल सभा में बड़ी संख्या में धर्मगुरुओं और धार्मिक छात्रों ने भाग लिया और इस बात की घोषणा की कि वह ईरान की इस्लामी क्रांति के संस्थापक स्वर्गीय इमाम ख़ुमैनी (र.ह) और इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामनेई के निर्देशों को मार्गदर्शक मानकर वे इस्लामी क्रांति के पथ पर अडिग रहेंगे। इस मौक़े पर सभा में मौजूद धार्मिक छात्रों ने कहा कि ईरानी जनता ने दंगे, अराजकता और उपद्रवों फैलाने वालों की साज़िशों को खारिज कर दिया है और अब क्रांति का विरोध करने वालों को सबक सिखाने का समय आ गया है। इस्लामी व्यवस्था की हित संरक्षक परिषद के वरिष्ठ सदस्य आयतुल्लाह मोहसिन अराकी ने इस मौक़े पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान की इस्लामी क्रांति और ईरानी जनता के ख़िलाफ दुनिया की सभी साम्राज्यवादी शक्तियों का टकराव, इस्लाम धर्म, इस्लामी गणराज्य ईरान, इस्लामी क्रांति के सर्वोच्च नेता और हमारी राष्ट्रीय पहचान की सच्चाई के लिए एक मज़बूत तर्क है।

ग़ैरतलब है कि सितंबर के आखिरी दिनों में महसा अमिनी नामक लड़की की मौत पर विरोध प्रदर्शन हुए थे, लेकिन यह साबित होने के बावजूद कि उसकी मौत में पुलिस की कोई भूमिका नहीं थी, कुछ दंगाईयों और उपद्रवियों ने ईरान के कई शहरों में दंगे और अराजकता शुरू कर दी। इस अशांति के माहौल की आड़ में पश्चिम और क्षेत्र के कुछ देशों का समर्थन प्राप्त आतंकवादी तत्वों ने भी अपनी गतिविधियों को बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन ईरान की होशियार जनता ने इस बड़ी साज़िश के बारे में अपनी जागरूकता साबित कर दी, जिसका उद्देश्य ईरान की प्रगति को रोकना और इस्लामी व्यवस्था को निशाना बनाना था। (RZ)

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें