Aug ०५, २०२३ १५:२७ Asia/Kolkata
  • ईरान की असल ताक़त का अंदाज़ा लगाना नामुमकिन, जनरल सलामी के बयान ने दुश्मनों के खेमों में मचाई खलबली!

इस्लामी गणराज्य ईरान की पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स के कमांडर इन चीफ़ जनरल हुसैन सलामी ने कहा है कि ईरान की असली ताक़त तो अभी तक किसी ने देखी ही नहीं है क्योंकि वह अदृश्य है। उन्होंने कहा कि इतने प्रतिबंधों के बाद भी ईरान को शक्तिशाली बनने से कोई नहीं रोक पाया।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य ईरान की पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ़ जनरल हुसैन सलामी ने शनिवार को आईआरजीसी की नौसेना द्वारा किए गए सैड़कों की संख्या में रणनीतिक सिस्टमों और उपकरणों के अनावरण के मौक़े दिए अपने बयान में कहा कि एक ओर दुश्मन हमपर लगातार प्रतिबंध लगा रहा है वहीं दूसरी ओर हम उन प्रतिबंधों को अपने पैरों तले रौंदते हुए विकास की नई-नई ऊंचाईयों को छूते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईरान की असली ताक़त को तो किसी को अंदाज़ा ही नहीं हो सकता है, क्योंकि हमारी मुख्य शक्तियां तो अदृश्य हैं। जनरल सलामी ने कहा कि ईरानी राष्ट्र अपने दृढ़ संकल्प, कड़ी मेहनत और अपने बल पर ताक़तवर बना है। आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ़ प्रमुख ने आईआरजीसी की नौसेना के प्रमुख जनरल एडमिरल अली रज़ा तंगसीरी और अन्य अधिकारियों के साथ मुलाक़ात में कहा कि ईरानी राष्ट्र ने विश्व में मौजूदा अन्यायपूर्ण व्यवस्था के प्रति जागरूक होकर मज़बूत बनने का एक रास्ता खोज लिया है। उन्होंने कहा कि हम एक सम्मानजनक जीवन के लिए संघर्ष करते हुए जिहाद में अपनी विजय को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं।

आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ़ प्रमुख जनरल हुसैन सलामी।

आईआरजीसी के कमांडर इन चीफ़ प्रमुख जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि हम दुश्मनों की पहचान कर उनका मुक़ाबला करके आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि आज जो हमे कामयाबियां मिल रही हैं वह दशकों के संघर्ष का नतीजा है, दशकों तक हमने ख़तरों का सामना किया है, सच्चाई तो यह है कि हमारे दुश्मन ही हमारे विकास का कारण बने हैं और आज हमने शक्तिशाली बनने का रास्ता ढूंढ निकाला है। जनरल सलामी ने क्षेत्र में दुश्मन की प्रत्यक्ष उपस्थिति की ओर इशारा करते हुए कहा कि ईरान के दुश्मनों की दुश्मनी ने हमे उनसे मुक़ाबला करने के लिए मजबूर किया और फिर हमे यह अवसर मिला कि हम अपने दुश्मनों से मुक़ाबले के लिए अपने आपको दुश्मन की ताक़त के अनुसार तैयार करें और यही कारण है कि आज ईरान दुनिया के शक्तिशाली देशों गिना जाता है। उन्होंने कहा कि आईआरजीसी और सेना दोनों की नौसेना तटों और गहरे समुद्रों पर मौजूद है। लेकिन उनके प्रभाव का दायरा महासागरों में कहीं भी देखने को मिल सकता है, क्योंकि वे न केवल नीली सीमाओं की रक्षा करते हैं, बल्कि वे पूरी दुनिया में ईरानी राष्ट्र के हितों की रक्षा करते हैं। (RZ)

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