Aug ११, २०२३ २१:३२ Asia/Kolkata
  • ज़ब्त किए गए ईरान के कई बिलियन डॉलर आज़ाद करेगा अमरीका, क़ैदियों के आदान-प्रदान पर भी बनी सहमति

ईरान के विदेश मंत्रालय ने ज़ब्त किए गए ईरानी संसाधनों की रिहाई और अमरीका द्वारा अवैध रूप से जेलों में बंद करके रखे गए कई क़ैदियों की आज़ादी के संबंध में एक बयान जारी किया है।

इस बयान के अनुसार, इस्लामी गणतंत्र ईरान के अरबों डॉलर आज़ाद करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह राशि अमरीका के आदेश पर दक्षिण कोरिया द्वारा ज़ब्त की गई थी। इस संबंध में अपने दायित्वों के पालन के लिए अमरीका ने ईरान को आश्वासन दिया है।

इस बयान के मुताबिक़, पिछले कई वर्षों के दौरान, ईरान विरोधी अमरीका के ग़ैर क़ानूनी प्रतिबंधों के उल्लंघन के आरोप में हिरासत में लिए गए कई ईरानी क़ैदियों को भी आज़ाद किया जाएगा। इसके बदले में ईरान भी अमरीका के कुछ क़ैदियों को आज़ाद करेगा।

गुरुवार को वाशिंगटन ने ईरानी जेलों में बंद अपने पांच क़ैदियों के जेल से आज़ाद होने की पुष्टि करते हुए कहा कि क़ैदियों की आज़ादी पर बनने वाली सहमति के बावजूद, तेहरान के ख़िलाफ़ उसके दबाव और प्रतिबंधों में कमी नहीं होगी। संयुक्त राष्ट्र संघ में ईरान के प्रतिनिधिमंडल ने इन क़ैदियों के जेलों से आज़ाद होने और घरों में नज़रबंद किए जाने की पुष्टि कर दी थी।

इस संदर्भ में ईरान के उप विदेश मंत्री अली बाक़ेरी का कहना था कि ईरान का पैसा रिलीज़ किए जाने के बारे में हमें आश्वयक गारंटी दी गई है, इसी तरह से अमरीका में कुछ ईरानी क़ैदियों को भी आज़ाद किया जाएगा।

अमरीका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने दावा किया है कि ईरान के पैसे को निर्धारित अकाउंट में ट्रांस्फ़र किया जाएगा, ताकि इसका इस्तेमाल सिर्फ़ मानवीय उद्देश्यों के लिए किया जा सके। हालांकि अमरीकी अधिकारियों के विपरीत, ईरानी अधिकारियों का कहना है कि रिलीज़ किए जाने वाले पैसे पर ईरान का पूर्ण अधिकार होगा और वह अपनी ज़रूरत के हिसाब से जहां चाहेगा, इसका इस्तेमाल करेगा।

ईरान के विदेश मंत्रालय ने इस संदर्भ में एक बयान जारी करके कहा है कि ज़ब्त की गई राशि के आज़ाद हो जाने के बाद, ईरान को उसे अपनी आवश्यकताओं के अनुसार ख़र्च करने का अधिकार होगा।

इस संबंध में तेहरान के स्पष्ट रुख़ से पता चलता है कि ईरान की ज़ब्त की गई संपत्तियों की आज़ादी के साथ-साथ क़ैदियों की रिहाई के बारे में अमरीका के साथ ईरान के हालिया समझौते के संदर्भ में तेहरान अपने वादों पर क़ायम है, जो अमरीका के मुक़ाबले में इस्लामी गणतंत्र ईरान की एक और जीत और चरमपंथी अमरीकी सरकार और उसके अधिकारियों की विफलता है। तेहरान ने पूरी दृढ़ता और स्पष्ट रूप से कह दिया है कि दोहरी नागरिकता वाले क़ैदियों की रिहाई, वाशिंगटन द्वारा ज़ब्त की गई उसकी संपत्ति के पूर्ण हस्तांतरण पर निर्भर करती है। वाशिंगटन की ओर से बार-बार अपने वादों और वचनों को तोड़ने के कारण, ईरान ने अमरीका पर पूर्ण अविश्वास जताया और इसीलिए उससे समझौते के तहत अपने वादों को पूरा करने के लिए ज़रूरी गारंटी हासिल कर ली है।

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