फ़िलिस्तीन का मुद्दा, इस्लामी राष्ट्रों की एकता का मानदंड हैः रईसी
(last modified Sun, 01 Oct 2023 10:53:08 GMT )
Oct ०१, २०२३ १६:२३ Asia/Kolkata
  • फ़िलिस्तीन का मुद्दा, इस्लामी राष्ट्रों की एकता का मानदंड हैः रईसी

सैयद इब्राहीम रईसी कहते हैं कि मुसलमानों के बीच मतभेद फैलाने के प्रयास करने वाला शत्रुओं की स्ट्रैटेजी पर काम कर रहा है। 

राष्ट्रपति इब्राहीम रईसी ने कहा है कि वर्तमान समय में एकता का अर्थ केवल धार्मिक या भौगोलिक एकता नहीं है बल्कि इस्लामी राष्ट्रों के हितों की रक्षा के लिए यह एकजुटता है। 

राष्ट्रपति ने राजधानी तेहरान में रविवार को 37वें इस्लामी एकता सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में यह बात कही।  सैयद इब्राहीम के अनुसार दुश्मन यह नहीं चाहता है कि इस्लामी राष्ट्र एकजुट हो जाए। 

उनका कहना था कि इस समय जो भी मुसलमानों के बीच एकता स्थापित करने के लिए काम करे वह वास्तव में एक महत्वपूर्ण काम कर रहा है लेकिन यदि कोई मुसलमानों के बीच मतभेद फैलाने के प्रयास कर रहा है तो वह शत्रुओं की स्ट्रैटेजी पर काम कर रहा है। 

उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीन और बैतुल मुक़द्दस की स्वतंत्रता का मुद्दा, इस्लामी राष्ट्रों के बीच एकता का मानदंड है।  एसे में अवैध ज़ायोनी शासन के संबन्धों की बहाली, हर सरकार के लिए एक रूढीवादी पिछड़ापन है।  ईरान के राष्ट्रपति के अनुसार शत्रु से मुक़ाबले का मार्ग, उसके साथ सांठगांठ करना या नतमस्तक होना नहीं है बल्कि प्रतिरोध के माध्यम से यह काम संभव है। 

श्री रईसी ने कहा कि इस्लाम एकता कांफ्रेंस वास्तव में वर्चस्ववादी और ज़ायोनी शासन विरोधी बैठक है।  यह एकता वर्तमान समय में इस्लामी जगत को एकजुट करके मज़बूत कर सकती है।  उल्लेखनीय है कि 20 सितंबर 2023 से राजधानी तेहरान में इस्लामी एकता सम्मेलन आरंभ हुआ है जो 3 अक्तूबर 2023 तक जारी रहेगा।

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