Oct २७, २०२३ १७:२३ Asia/Kolkata
  • हांपते-कांपते इस्राईल पहुंचने वाली अमेरिकी और यूरोपीय नेताओं के लिए सूचना, अवैध शासन का समय अब पूरा हो चुका:  इमामे जुमा तेहरान

तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के इमाम ने अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन से प्राप्त होने वाली उपलब्धियों की ओर इशारा करते हुए कहा कि जिस दिन अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन हुआ उस दिन को फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के लिए अनुकंपा दिवस और ज़ायोनी शासन के लिए नक़्बा दिवस माना जाना चाहिए।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, इस्लामी गणराज्य ईरान की राजधानी तेहरान की केंद्रीय नमाज़े जुमा के इमाम हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद जवाब अली अकबरी ने अपने जुमे के भाषण में कहा कि इस समय पूरी दुनिया में जो विषय चर्चा का केंद्र बना हुआ है वह फ़िलिस्तीन का विषय है। उन्होंने कहा कि अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन ने वर्तमान समय में एक ऐतिहासिक मोड़ को चिह्नित किया। उन्होंने कहा कि अब जब भी विश्व की स्थिति के बारे में और विशेष रूप से पश्चिमी एशिया के संबंध में बात होगी तो उसमें सात अक्तूबर से पहले की स्थिति और सात अक्तूबर के बाद के हालात के बारे में चर्चा हुआ करेगी। इमामे जुमा तेहरान ने कहा कि अलअक़्सा तुफ़ान ऑपरेशन ऐसे ही नहीं हुआ है बल्कि यह उन 75 वर्षों के अत्याचारों और अतिक्रमणकारी कार्यवाहियों पर प्रतिक्रिया है कि जो आतंकी ज़ायनी शासन ने अमेरिका और कुछ यूरोपीय देशों के साथ मिलकर फ़िलिस्तीन की मज़लूम जनता पर किए हैं। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनी राष्ट्र की बुनियाद और पहचान को ख़त्म करने की साज़िश, नस्लीय नरसंहार, घरों और बस्तियों को उजाड़े जाने और उन्हें अपमानित किए जाने पर फ़िलिस्तीन के प्रतिरोधक बल द्वारा दी गई प्रतिक्रिया है।

अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन के बाद से आतंकी इस्राईली सैनिकों की यह स्थिति है।

तेहरान की केंद्रीय जुमे की नमाज़ के इमाम ने कहा कि ग़ज़्ज़ा में मानवता को शर्मसार करने देने वाली घटनाओं ने पश्चिम के उदार लोकतंत्र का असली चेहरा सामने ला दिया है। हुज्जतुल इस्लाम मोहम्मद जवाब अली अकबरी ने कहा कि पूरी दुनिया ने अपनी आंखों से देखा है कि अमेरिका और यूरोपीय देशों के नेता किस तरह हांपते-कांपते अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीन पहुंचे ताकि एक अवैध और आतंकी शासन का समर्थन कर सकें, लेकिन उन्हें यह जान लेना चाहिए ज़ायोनी शासन, जो कैंसर से पीड़ित है अब उसकी मौत नज़दीक है। उन्होंने कहा कि इस अवैध शासन की रीढ़ की हड्डी प्रतिरोधक बल के जियालों की हालिया कार्यवाही में पूरी तरह टूट चुकी है और वह अपने पैरों पर नहीं खड़ा हो पाएगा। उल्लेखनीय है कि सात अक्तूबर शनिवार के दिन फ़िलिस्तीन के प्रतिरोध आंदोलन हमास की सैन्य शाखा क़स्साम ब्रिगेड ने अवैध आतंकी ज़ायोनी शासन द्वारा लगातार फ़िलिस्तीनी राष्ट्र पर किए जाने वाले हमलों, बच्चों की नरसंहार और ज़मीनों पर अवैध रूस के क़ब्ज़े किए जाने के जवाब में अलअक़्सा तूफ़ान नामक ऑपरेशन किया था। इस ऑपरेशन ने आतंकी इस्राईल की ईंट से ईंट बजा दी थी। वहीं बौखलाए ज़ायोनी शासन ने अमेरिका और यूरोपीय देशों की मदद से ग़ज़्ज़ा की आम जनता पर पाश्विक हमले शुरू कर दिया जो अभी तक जारी हैं। उसके हमलों में सात हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं कि जिसमें तीन हज़ार से अधिक केवल बच्चे शामिल हैं। (RZ)   

हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए

हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए

हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!

ट्वीटर पर हमें फ़ालो कीजिए 

फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें।

टैग्स