अमरीका ग़ज़्ज़ावासियों के जनसंहार में सीधे शामिल हैः राष्ट्रपति रईसी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने ग़ज़्ज़ा पट्टी में युद्धविराम के प्रस्ताव को वीटो किए जाने को खेदजनक और फ़िलिस्तीनी जनता के जनसंहार में वाशिंगटन की प्रत्यक्ष भूमिका का एक और दस्तावेज़ करार दिया है।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी ने रविवार की शाम मंत्रीमंडल की बैठक में कहा कि ग़ज़्ज़ा की घटनाओं ने अमेरिका के चेहरे से पाखंड का पर्दा हटा दिया है और दुनिया के सामने अमेरिका का क्रूर, मानवता विरोधी और अमानवीय चेहरा पेश कर दिया है।
राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि आज पूरी दुनिया अंतर्राष्ट्रीय मंच पर एकपक्षवाद को समाप्त करने की आवश्यकता को समझ गई है।
उनका कहना था कि राष्ट्रों की यह जागृति और चेतना, निश्चित रूप से दुनिया की स्थितियों को बदलने का आधार बनेगी, एकपक्षवाद के अंत और एक न्यायपूर्ण व्यवस्था की स्थापना की शुभसूचना होगी।
ज्ञात रहे कि शुक्रवार को सुरक्षा परिषद की बैठक में गज्जा में युद्धविराम कराने के संबंध में संयुक्त अरब इमारात के सुझाव पर एक प्रस्ताव पेश किया गया था जिसके पक्ष में 13 वोट पड़े थे जबकि सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में से केवल अमेरिका ने इस प्रस्ताव को वीटो कर दिया जिसकी वजह से यह प्रस्ताव पारित न हो सका। ब्रिटेन ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। (AK)
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