भारतीय संसद में ईरान के राष्ट्रपति और विदेश मंत्री को श्रद्धांजलि
पार्सटुडे- भारतीय संसद के नये सत्र की शुरुआत के मौक़े पर राज्यसभा ने ईरान के राष्ट्रपति शहीद सैयद इब्राहीम रईसी और दिवंगत विदेश मंत्री शहीद हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान को भावभीनी श्रद्धांजलि पेश की।
भारत के उच्च सदन राज्यसभा के सत्र की कार्यवाही, हाल ही में दिवंगत हुए ईरान, मालावी और तंज़ानिया के नेताओं को श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ मिनटों के मौन के साथ शुरू हुई।
पार्सटुडे के अनुसार, भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने देश की संसद के सत्र की शुरुआत के मौक़े पर ईरानी राष्ट्र और सरकार को संवेदना प्रस्तुत करते हुए कहा: भारतीय जनता ने ईरानी अधिकारियों के अंतिम संस्कार के दिन को राष्ट्रीय शोक दिवस को क़रार दिया था।
भारत के उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने इस बात पर ज़ोर दिया कि ईरान के राष्ट्रपति शहीद सैयद इब्राहीम रयसी और विदेश मंत्री शहीद हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने ईरान और भारत के संबंधों को मज़बूत करने की दिशा में आवश्यक भूमिका निभाई। उनका कहना था कि भारतीय संसद शोकाकुल परिवारों के साथ है और ईरान सरकार और जनता से अपनी सहानुभूति व्यक्त करता है।
इसके बाद भारतीय संसद के उच्च सदन राज्यसभा के सदस्यों ने दिवंगत नेताओं और भारत के संबंधों में उनके महत्वपूर्ण योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि देने के लिए कुछ मिनटों का मौन रखा।
ईरान और भारत के बीच संबंध ऐतिहासिक संबंध हैं जो ऐतिहासिक संबंधों से प्रेरित फ़ारसी भाषा और पूर्वी संस्कृति जैसी कई महत्वपूर्ण विशेषताओं से संपन्न हैं और संबंधों के रास्ते में आने वाले अनेक उतार चढ़ाव के बावजूद सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी दल कांग्रेस ने दोनों देशों के संबंधों में विस्तार के लिए हमेशा अहम भूमिका अद की है।
कुछ समय पहले तेहरान में भारतीय राजदूत रुद्र गौरव श्रेष्ठ (Rudra Gaurav Shresth) ने इस बात पर ज़ोर दिया था कि ईरान और भारत की दोस्ती बहुत मज़बूत है और इन दोनों देशों में सत्ता संभालने वाला हर व्यक्ति इस दोस्ती का समर्थक है। (AK)
कीवर्ड्ज़: ईरान और भारत, सैयद इब्राहीम रईसी कौन हैं?, अमीर अब्दुल्लाहियान, फ़ारसी भाषा (AK)
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