Jan १२, २०२४ १२:४१ Asia/Kolkata
  • हेग की अदालत अमेरिका के दबाव के आगे न झुके, वॉशिंग्टन ने अपनी बची-खुची इज़्ज़त भी तेलअवीव के चरणों में डाल दी हैः नासिर कनआनी

इस्लामी गणराज्य ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय हेग अदालत को फ़िलिस्तीन मामले में अमेरिकी दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी के अपने बयान में कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय को ग़ज़्ज़ा के लोगों के ख़िलाफ़ अपराध के संबंध में ज़ायोनी शासन के विरुद्ध दक्षिण अफ़्रीक़ा और कुछ अन्य सरकारों की शिकायत की निष्पक्ष तरीक़े से जांच करनी चाहिए और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनीतिक एवं ग़ैर-राजनीतिक दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए। बता दें कि ग़ज़्ज़ा पट्टी में जघन्य युद्ध अपराधों के कारण ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ दक्षिण अफ़्रीक़ा की शिकायत की जांच के संबंध में नीदरलैंड के हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय की बैठक गुरुवार 11 जनवरी से शुरू हो गई है। ग़ज़्ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनियों की हत्या के अपराधियों को दंडित करने और ज़ायोनियों के अपराधों को समाप्त करने के उद्देश्य से, दक्षिण अफ़्रीक़ा ने नीदरलैंड के हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में अवैध ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज की है। दक्षिण अफ़्रीक़ा ने इस अवैध शासन को "नरसंहार के अपराध की रोकथाम और सज़ा पर कन्वेंशन" के प्रावधानों का उल्लंघन करने वाला क़रार दिया है। ग़ौरतलब है कि अब तक, इस्लामी गणराज्य ईरान, पाकिस्तान, जॉर्डन, तुर्किए, मलेशिया, बोलीविया, वेनेज़ुएला और लीबिया के साथ-साथ इस्लामिक सहयोग संगठन सहित कई देशों और संगठनों ने हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय से ज़ायोनी शासन के हालिया अपराधों और नरसंहार के संबंध में सुनवाई और जांच किए जाने की अपील की है।

ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता "नासिर कनआनी चाफ़ी"

इस्लामी गणराज्य ईरान ने फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के ख़िलाफ़ अवैध आतंकी ज़ायोनी शासन के युद्ध अपराधों और नरसंहार की कड़ी निंदा करते हुए, आतंकी इस्राईली शासन के अत्याचारों का मुक़ाबला करने वाले प्रतिरोध समूहों का पूर्ण समर्थन किया है। तेहरान ने अंतरराष्ट्रीय क़ानून के अनुसार एक वैध और मान्यता प्राप्त अधिकार के रूप में प्रतिरोध के दृष्टिकोण के लिए अपने समर्थन की घोषणा की है। इस संबंध में "तेहरान अंतर्राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन" में ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता "नासिर कनआनी चाफ़ी" ने कहा कि ग़ज़्ज़ा के लोगों के ख़िलाफ़ ज़ायोनी शासन की आक्रामकता शुरू हुए तीन महीने से अधिक समय बीत चुका है, और ज़ायोनी शासन की विफलताएँ हर दिन बढ़ती जा रही हैं, और आज, इसमें कोई संदेह नहीं है कि ज़ायोनी शासन पहले से कहीं अधिक असहाय है, और फ़िलिस्तीनी राष्ट्र पहले से कहीं अधिक मज़बूत और स्थिर है। कनआनी ने ग़ाज़्ज़ा के लोगों के ख़िलाफ़ अवैध इस्राईली शासन के युद्ध के लिए अमेरिका को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि यह अमेरिका ही है जिसने ज़ायोनी शासन के वास्तविक पतन को रोकने के लिए अपने सभी राजनीतिक, मीडिया, क़ानूनी और सैन्य प्रयास ज़ायोनी शासन के चरणों में डाल दिए हैं। (RZ)

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