Jun १८, २०२४ २२:५१ Asia/Kolkata
  • दुनिया के इतिहास में ईरान पहला ऐसा देश है, जिसने तीन महाद्वीपों में अपनी शक्ति का विस्तार किया था, चीन की अकेडमी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नॉलोजी के प्रमुख

चीन की अकेडमी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नॉलोजी के प्रमुख ने चीन और ईरान के दो हज़ार वर्षीय ऐतिहासिक संबंधों का हवाला देते हुए उम्मीद जताई है कि हाल ही में दोनों देशों के बीच होने वाले समझौतों का अच्छा नतीजा निकलेगा।

उप राज्य मंत्री और चीन की अकेडमी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नॉलोजी के प्रमुख डॉ. वान के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने तेहरान की यात्रा की है।

चीनी प्रतिनिधिमंडल ने तेहरान में ईरान के पर्यावरण संरक्षण संगठन के उपाध्यक्ष और प्रमुख अली सेलाजेक़ाह से मुलाक़ात की।

इस बैठक में डॉ. वान ने कहाः ईरान और चीन के बीच हज़ारों साल से मैत्रीपूर्ण और व्यापारिक संबंध हैं। दुनिया के इतिहास में ईरान पहला ऐसा देश है, जिसने तीन महाद्वीपों एशिया, यूरोप और अफ़्रीक़ा में अपनी शक्ति का विस्तार किया और फ़ारस साम्राज्य की स्थापना की।

डॉ. वान ने ईरान और चीन के बीच संयुक्त पर्यावरण सहयोग के विस्तार पर बल देते हुए कहाः

तेहरान विश्वविद्यालय के कृषि और प्राकृतिक संसाधन संकाय और गांसु राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी की संयुक्त प्रयोगशाला का उद्घाटन पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधनों के क्षेत्र में दोनों देशों के बीच संबंधों के स्तर को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण क़दम साबित हो सकता है।

चीन की अकेडमी ऑफ़ साइंस एंड टेक्नॉलोजी इस देश के गांसु राज्य में स्थित है। इस अकादमी के प्रमुख का कहना था कि ईरान और गांसु राज्य में जलवायु के मामले में कई समानताएं हैं।

उल्लेखनीय है कि इस बैठक से पहले, तेहरान विश्वविद्यालय, ईरान के कृषि और प्राकृतिक संसाधन संकाय और गांसु प्रांत स्थित चीन की विज्ञान और प्रौद्योगिकी अकादमी की एक संयुक्त प्रयोगशाला की स्थापना में सहयोग के एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए। msm

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