स्वदेशी नॉलेज से इस तरह से ईरान वैश्विक नेटवर्क प्रॉब्लम से बचा रहा
(last modified 2024-07-21T11:20:58+00:00 )
Jul २१, २०२४ १६:५० Asia/Kolkata
  • स्वदेशी नॉलेज से इस तरह से ईरान वैश्विक नेटवर्क प्रॉब्लम से बचा रहा
    स्वदेशी नॉलेज से इस तरह से ईरान वैश्विक नेटवर्क प्रॉब्लम से बचा रहा

पार्सटुडे- दुनिया में व्यापक साइबर हमलों ने विभिन्न देशों के हवाई अड्डों, अस्पतालों और बैंकों में कई समस्याएं पैदा की हैं लेकिन दुनिया के बाकी हिस्सों के विपरीत, इस ख़तरे ने ईरान के नेटवर्क के संचालन को कदापि प्रभावित नहीं किया।

19  जुलाई की सुबह से ही दुनिया के कई देशों में बैंकों, हवाईअड्डों, स्टॉक एक्सचेंजों, मीडिया और एयरलाइंस को बिजली कटौती का सामना करना पड़ा है। इस आउटेज की वजह से कुछ Microsoft सेवाएं बाधित हो गयीं। ।

पार्सटुडे के मुताबिक, दुनिया की हवाई उड़ानों पर नजर रखने वाली कंपनी सिरियम ने एलान किया है कि शुक्रवार 19 जुलाई को दुनिया भर में लगभग 11 हज़ार वाणिज्यिक उड़ानें निर्धारित थीं जिनमें से 2200 उड़ानें रद्द कर दी गईं।

इस बारे में टेस्ला और सोशल नेटवर्क एक्स (पूर्व ट्विटर) के मालिक एलन मस्क ने दुनिया के कंप्यूटर सिस्टम में व्यवधान को "सूचना प्रौद्योगिकी की अब तक की सबसे बड़ी नाकामी" क़रार दिया।  

दुनिया के कंप्यूटर सिस्टम में व्यवधान के बारे में टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क की राय

 

एक्स सोशल नेटवर्क के यूज़र्स पाशा एक्स मैक्स (Pasha X Max) ने भी दुनिया में परस्पर जुड़ी सूचना प्रौद्योगिकी प्रणालियों की नाज़ुकता की आलोचना की और लिखा:

"माइक्रोसॉफ्ट के बंद होने से वैश्विक व्यवधान पैदा होगा। उड़ानें रोक दी गईं, टीवी चैनल और बैंक प्रभावित हुए। प्राइवेट कम्युटर सिस्टम्ज़ जिनमें विंडोज़ थी, बंद हो गए। यह चीज़ परस्पर जुड़ी सूचना प्रौद्योगिकी प्रणालियों की कमज़ोरियों को ज़ाहिर करती है। हमें मजबूत बुनियादी ढांचे और बेहतर आपातकालीन योजनाओं की आवश्यकता है।

दुनिया में परस्पर जुड़ी सूचना प्रौद्योगिकी प्रणालियों की कमज़ोरी के बारे में एक्स यूज़र्स की आलोचना

 

लेकिन ईरान बचा रहा

वैश्विक साइबर व्यवधान के बाद, ईरान के नेशनल सेंटर फॉर साइबरस्पेस ने एक बयान में एलान किया: कई देशों के कंप्यूटर सिस्टम्स में व्यापक व्यवधान के बावजूद, ईरान के लोगों को सेवाएं प्रदान करने में अब तक किसी भी प्रकार के व्यवधान की सूचना नहीं मिली है।

क्योंकि प्रतिबंधों की वजह से ईरान को वर्षों से इन सेवाओं को प्राप्त करने से दूर ही रखा गया और उस पर रोक लगाई गयी है और तब से लेकर आज तक देश के युवाओं और मेधावियों की पहल से स्थानीय वैकल्पिक सेवाओं को डिज़ाइन किया गया और उन्हें देश के सिस्टम में लागू किया गया।

ईरान के उप संचार और सूचना प्रौद्योगिकी के मंत्री अमीर मुहम्मद ज़ादेह लाजवर्दी ने भी इस संबंध में कहा: माइक्रोसॉफ़्ट सिस्टम की तकनीकी समस्या की वजह से वैश्विक कंप्यूटर व्यवधान का ईरान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और अब तक सूचना प्रौद्योगिकी सेवाओं में कोई व्यवधान देखने में नहीं आया है।

इसी संदर्भ में, ईरान के इमाम ख़ुमैनी (रह) एयरपोर्ट सिटी के सीईओ सईद चलंदरी ने कहा: इमाम ख़ुमैनी (रह) तेहरान इन्टरनेश्नल एयरपोर्ट, ईरान के नालेज बेस्ड सॉफ़्टवेयर के इस्तेमाल की वजह से माइक्रोसॉफ्ट की समस्याओं के कारण दुनिया भर के हवाई अड्डों को आने वाली समस्याओं से सुरक्षित रहा।

श्री चलंदरी ने कहा: इमाम खुमैनी (रह) तेहरान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के सॉफ्टवेयर सिस्टम को पहले एक फ्रांसीसी कंपनी सपोर्ट कर रही थी और उस कंपनी द्वारा नियमित रूप से उसका सपोर्ट किया जा रहा था। उनका कहना था कि नालेज बेस्ड के सपोर्ट से ईरानी सिस्टम को तैयार करने की योजना बनाई गई थी जिसे डेढ़ साल पहले ईरान के सड़क और शहरी विकास मंत्री की उपस्थिति में लॉन्च किया गया और उसको पूरे देश में लागू किया गय जिसकी वजह से तब से एयरपोर्ट सिस्टम बिना किसी समस्या के इस आंतरिक सॉफ़्टवेयर के साथ काम कर रहा है।

ईरान के अन्य हवाई अड्डों के बारे में, चलंदरी ने यह भी कहा: तेहरान में इमाम खुमैनी इन्टरनेश्नल एयरपोर्ट से 80 प्रतिशत विदेशी उड़ानें होती हैं जबकि मशहद और शिराज़ हवाई अड्डे से भी विदेशी उड़ानें होती हैं जिनमें कोई समस्या पैदा नहीं हुई।

इस संबंध में, एक्स सोशल नेटवर्क के एक यूज़र, पारसा ने वैश्विक साइबर व्यवधानों से मुक्त होने के लिए ईरानी सॉफ़्टवेयर के क्रियाकलापों की प्रशंसा की और लिखा:

ईरानी सॉफ्टवेयर ने इमाम खुमैनी (रह) हवाई अड्डे को वैश्विक व्यवधान से बचा लिया।

एक्स यूज़र: वैश्विक साइबर व्यवधान से इमाम खुमैनी हवाई अड्डा बचा रहा

 

प्रतिबंध, विकास के लिए अवसर बन गए

 

ज्ञात रहे कि ईरान के ख़िलाफ़ व्यापक पश्चिमी प्रतिबंध पहले तो राजनीतिक और आर्थिक लक्ष्यों को लेकर लगाए गए थे, लेकिन बाद में पता चला कि इसे ईरानियों की दैनिक गतिविधियों में बाधाएं डालने के उद्देश्य से लगाया गया था।

शायद उस दिन जब पश्चिमी देशों ने स्वतंत्र और स्वाधीन ईरान के विरुद्ध प्रतिबंध लगाए थे, तब उन्होंने यह नहीं सोचा होगा कि ईरान अपने स्वदेशी और स्थानीय ज्ञान से इन खतरों को अवसरों में बदल सकता है।

एक्स सोशल नेटवर्क की यूज़र "सुश्री फ़िरदौस" ने ईरान की आत्मनिर्भरता और पश्चिमी प्रतिबंधों के निष्प्रभावी होने पर अपना इतमेनान ज़ाहिर करते हुए एक पोस्ट में लिखा:

माइक्रोसॉफ्ट को वैश्विक व्यवधान का सामना करना पड़ा है, दुनिया में अधिकांश मीडिया, परिवहन, ख़रीदारी, स्वास्थ्य सेवा सिस्टम्स में समस्याएं पैदा हो गयीं, लेकिन केवल ईरान, रूस और उत्तर कोरिया को कोई समस्या नहीं है! क्योंकि क्रूर प्रतिबंधों की वजह से वे लंबे समय तक स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बने रहे और उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण धमनियों और रगों को पश्चिम की पहुंच से दूर रखा है,दुश्मन भलाई की वजह बन गया।

एक्स यूज़र: प्रतिबंधों के बावजूद ईरान की आत्मनिर्भरता

 

मीडिया एक्टिविस्ट और एक्स सोशल नेटवर्क यूज़र बेहरूज़ शुजाई ने भी ईरान के ख़िलाफ पश्चिमी प्रतिबंधों के उलटे असर की ओर इशारा किया और लिखा:

अब तो आप समझ ही गए होंगे कि प्रतिबंध कितने अच्छे हैं? माइक्रोसॉफ्ट के वैश्विक व्यवधान में, ईरान पूरी तरह से सुरक्षित रहा और बचा रहा।

एक्स नेटवर्क पर ईरानी यूज़र का बयान, ईरान के ख़िलाफ़ प्रतिबंधों का असर उलटा हुआ

 

आख़िर में, यह कहा जा सकता है कि ईरान के खिलाफ पश्चिमी प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से हर दिन पश्चिम पर निर्भरता में कमी और आत्मनिर्भरता में ज़्यादा आने का असर नज़र आता है। पश्चिम पर निर्भर न होने का एक उदाहरण स्थानीय व स्वदेश नॉलेज पर भरोसा करना और ईरानी सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करना था जो वैश्विक साइबर व्यवधान के विषय में अच्छी तरह से सामने आ गया।ध्यान योग्य बात यह है कि ईरान ने तकनीकी सेवाएं प्रदान करने के क्षेत्र में अपनी क्षमताओं पर एकाधिकार नहीं रखा है और पहले ही अपने अनुभवों को दूसरे देशों को स्थानांतरित किया है।

 

कीवर्ड्ज़: वैश्विक साइबर व्यवधान, माइक्रोसॉफ्ट व्यवधान, ईरान के ख़िलाफ़ अमेरिकी प्रतिबंध, ईरानी सॉफ्टवेयर, ईरान का वैज्ञानिक विकास। (AK)

 

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