क़ज़्ज़ाकिस्तान में मशहूर ईरानी रहस्यवादी और शायर के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित
(last modified 2024-10-19T10:57:08+00:00 )
Oct १९, २०२४ १६:२७ Asia/Kolkata
  • क़ज़्ज़ाकिस्तान में मशहूर ईरानी रहस्यवादी और शायर के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित

पार्सटुडे- ईरान के मशहूर रहस्यवादी और शायर ख़्वाजा शम्सुद्दीन मोहम्मद हाफ़िज़ शीराज़ी के सम्मान दिवस के अवसर पर फ़ार्सी भाषी छात्रों की उपस्थिति में क़ज़्ज़ाक़िस्तान में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ।

मेहर महीने की 20 तारीख़ को ईरान के मशहूर शायर और रहस्यवादी ख़्वाजा शमसुद्दीन मोहम्मद हाफ़िज़ शीराज़ी के नाम से पंजीकृत किया गया है और प्रतिवर्ष इस दिन को विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। क़ज़्ज़ाक़िस्तान के आस्ताना शहर में इस्लामी गणतंत्र ईरान के कल्चरल हाउस में हाफ़िज़ शीराज़ी से श्रद्धा रखने वाले लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित हुआ।

 

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार इस कार्यक्रम में क़ज़्ज़ाक़िस्तान में ईरान के सादी फ़ाउंडेशन के सांस्कृतिक प्रतिनिधि अली अकबर तालेबी मतीन ने हाफ़िज़ शीराज़ी की जीवनी की ओर संकेत किया और उन्हें फ़ार्सी भाषा के ईरान के मशहूर और बड़े शायरों में से क़रार दिया। उन्होंने हाफ़िज़ शीराज़ी की रचनाओं का नाम लेने के साथ उन्हें ईरान के सबसे अच्छे व प्रिय शायरों के रूप में याद किया और कहा कि शताब्दियां बीत जाने के बाद उनकी रचनायें न केवल ईरान बल्कि पूरी दुनिया में मशहूर हो गयी हैं।

 

तालेबी मतीन ने कहा कि हाफ़िज़ शीराज़ी के शेरों के विषय बहुत विविध और भिन्नाभिन्न हैं और ईरान की पारम्परिक संगीत, कला और सुलेखन की कला में उनके शेरों का इस्तेमाल किया जाता है।

 

क़ज़्ज़ाक़िस्तान में ईरान के सांस्कृतिक परामर्शदाता ने कहा कि हाफ़िज़ शीराज़ी के दीवान में 500 ग़ज़लें,42 चौपाइयां और कुछ क़सीदें हैं और हाफ़िज़ शीराज़ी ने अपने दीवान को 50 सालों में कहा है। इसके बाद तालेबी मतीन ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों के सामने हाफ़िज़ शीराज़ी के कुछ शेरों को पढ़ा। MM

 

कीवर्ड्सः हाफ़िज़ शीराज़ी कौन थे? ईरानी शायर, दीवाने हाफ़िज़, क़ज़्ज़ाक़िस्तान में हाफ़िज़ प्रेमियों द्वारा आयोजित कार्यक्रम

 

टैग्स