इस्लामी क्रांति के नेताः सिन्वार की शहादत से प्रतिरोध का मोर्चा लेशमात्र भी नहीं रुकेगा
(last modified 2024-10-19T11:15:43+00:00 )
Oct १९, २०२४ १६:४५ Asia/Kolkata
  • इस्लामी क्रांति  के नेता के साथ मुलाक़ात में शहीद यहिया सिन्वार की तस्वीर 23/11/1390 में
    इस्लामी क्रांति के नेता के साथ मुलाक़ात में शहीद यहिया सिन्वार की तस्वीर 23/11/1390 में

पार्सटुडे-इस्लामी क्रांति के नेता ने कमांडर सिन्वार की शहादत के उपलक्ष्य में संदेश जारी किया

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के पोलित ब्यूरो चीफ़ यहया सिनवार की शहादत पर इस्लामी इंक़ेलाब के नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनेई का पैग़ाम 

बिस्मिल्लाह अर्रहमान अर्रहीम 

मुसलमान क़ौमो! 

क्षेत्र के ग़ैरतमंद जवानो! 

मुजाहिद हीरो, कमांडर यहया सिनवार अपने शहीद साथियों से जा मिले। वह रेज़िस्टेंस और जेहाद का चमकता चेहरा थे जो फ़ौलादी इरादे के साथ ज़ालिम व हमलावर दुश्मन के मुक़ाबले में डटे रहे, युक्तिपूर्ण कोशिशों और बहादुरी से उसके मुंह पर तमांचा मारा, इस क्षेत्र के इतिहास में 7 अक्तूबर जैसा वार यादगार के तौर पर छोड़ा, जिसकी भरपाई नामुमकिन है और उसके बाद इज़्ज़त व सरबुलंदी के साथ शहीदों के ऊंचे दर्जे की तरफ़ उड़ान भरी। उनके जैसा इंसान जिसने अपनी पूरी ज़िंदगी क़ाबिज़ व ज़ालिम दुश्मन के ख़िलाफ़ संघर्ष में बितायी, उसके लिए शहादत के अलावा कोई अंजाम मुनासिब नहीं है। उन्हें खो देना निश्चित तौर पर प्रतिरोध के मोर्चे के लिए पीड़ादायक है लेकिन शैख़ अहमद यासीन, फ़त्ही शक़ाक़ी, रन्तीसी और इस्माईल हनीया जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों की शहादत के बाद इस मोर्चे की प्रगति में कोई रुकावट नहीं आयी तो सिनवार की शहादत से भी इंशाअल्लाह तनिक भी रुकावट नहीं आएगी। हमास ज़िंदा है और ज़िंदा रहेगा।  

हम अल्लाह की मदद और तौफ़ीक़ से हमेशा की तरह निष्ठावान मुजाहिदों और जांबाज़ों के कांधे से कांधा मिलाए खड़े रहेंगे।  

मैं अपने भाई यहया सिनवार की शहादत पर उनके परिवार, साथी मुजाहिदों और अल्लाह की राह में जेहाद करने वालों से दिली लगाव रखने वाले सभी लोगों को मुबारकबाद और उन्हें खोने पर सांत्वना पेश करता हूँ।  

सलाम हो अल्लाह के नेक बंदों पर 

सैयद अली ख़ामेनेई 

19 अक्तूबर 2024

फ़िलिस्तीन के इस्लामी प्रतिरोध आंदोलन हमास के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख यहिया सिन्वार को 16 अक्तूबर 2024 को अतिग्रहणकारी ज़ायोनी सैनिकों ने रफ़ह शहर में शहीद कर दिया था। MM

कीवर्ड्सः इस्लामी क्रांति के नेता, यहिया सिन्वार, ज़ायोनी सरकार की पराजय, हमास, ग़ज़्ज़ा

 

 

टैग्स