पवित्र स्थलों के रक्षक, पूरे राष्ट्र के लिए गर्व हैंः वरिष्ठ नेता
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने कहा है कि पवित्र स्थलों के रक्षा करने वाले, पूरे राष्ट्र के लिए गर्व हैं।
पवित्र स्थलों की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले सात शहीदों के परिजनों ने इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता से मुलाक़ात की।
पवित्र स्थलों की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्योछावर करने वाले ईरानी सेना के सात शहीदों के परिजनों से मुलाक़ात में वरिष्ठ नेता ने शहीदों के सर्वोच्च स्थान की सराहना करते हुए कहा कि यह शहीद न केवल सेना के लिए बल्कि पूरे राष्ट्र के लिए गौरव हैं।
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने कहा कि इन शहीदों में से कुछ की शवयात्रा के दौरान उनकी पत्नियों ने एेसी बातें कहीं जो हम सामान्य मनुष्य की समझ से परे है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई ने यह बयान करते हुए कि पवित्र रौज़ों की रक्षा करने वाले शहीदों ने ही दुश्मनों को घुटने टेकने पर विवश कर दिया, कहा कि यदि बुरा चाहने वालों और मतभेद फैलाने वालों के रास्ते को हज़रत ज़ैनब के रौज़े पर न रोका गया होता तो फिर तेहरान, फ़ार्स, ख़ुरासान और इस्फ़हान में हमें उनका रास्ता रोकना पड़ता।
ज्ञात रहे कि दुनिया के विभिन्न देशों के लोग हज़रत ज़ैनब के रौज़े की रक्षा करते हुए शहीद हुए हैं जिनमें बड़ी संख्या में ईरानी जियाले शामिल हैं। (AK)