तेहरान सदैव क्षेत्र में शांति का इच्छुक रहा, राष्ट्रपति रूहानी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डॅाक्टर हसन रूहानी ने ओआईसी के शिखर सम्मेलन में भाग लेने हेतु अपनी तुर्की की यात्रा के दौरान अफगानिस्तान , आज़रबाइजान के नेताओं और तुर्की में रहने वाले ईरानियों से भेंट की।
राष्ट्रपति हसन रूहानी ने गुरुवार की शाम अफगानिस्तान के कार्यकारी प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से भेंट में कहा कि अफगान राष्ट्र ने पिछले कई वर्षों के दौरान बहुत सी समस्याओं का सामना किया है किंतु इसके बावजूद वह सदैव स्वाधीनता व सुरक्षा के प्रति कटिबद्ध रहा है।
उन्होंने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान सदैव अफगानिस्तान में शांति, सुरक्षा व स्थिरता का इच्छुक रहा है और हमेशा इस देश की जनता के साथ रहेगा।

इस भेंट में अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने आशा प्रकट की है कि निकट भविष्य में दोनों देशों के मध्य आर्थिक सहयोग में विस्तार होगा।
राष्ट्रपति रूहानी ने इसी प्रकार तुर्की में आज़रबाइजान के राष्ट्रपति इलहाम अलीयोफ से भेंट में ईरान व आज़रबाइजान के मध्य क्षेत्रीय व अंतरराष्ट्रीय सहयोग में विस्तार की आशा प्रकट की और क्षेत्रीय समस्याओं विशेषकर क़रेबाग संकट का उल्लेख करते हुए कहा कि यह संकट वार्ता द्वारा और विदेशियों के हस्तक्षेप के बिना ख़त्म होना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि क़रेबाग़ में युद्ध विराम को स्थायी बनाने का भरसक प्रयास जारी रखना चाहिए।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि आतंकवाद और चरमपंथ पर नियंत्रण के लिए सभी देशों को एक दूसरे के साथ सहयोग करना चाहिए।
इस भेंट में आज़रबाइजान के राष्ट्रपति इलहाम अली योफ ने भी ईरान को अपने देश का सब से अधिक निकट मित्र और पड़ोसी बताया और कहा कि दोनों देशों के मध्य संबंध विस्तार की उन्हें बहुत आशा है।
इसी मध्य राष्ट्रपति रूहानी ने अपनी तुर्की यात्रा के दौरान इस देश में रहने वाले ईरानियों से भेंट में कहा कि गुट पांच धन एक के सदस्य देशों के साथ ईरान के परमाणु समझौते से राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई और हम शांतिपूर्ण परमाणु ऊर्जा के ईरानी जनता के अधिकार को पुनः प्राप्त करने में सफल हुए। (Q.A.)