बश्शार असद का चीन का दौरा क्यों है महत्वपूर्ण?
सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद गुरुवार 21 सितम्बर को चीन के हांगझू में एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह में भाग लेने और अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से मुलाकात करने के लिए पूर्वी शहर हांगझू पहुंचे।
बश्शार असद की चीन यात्रा का विश्लेषण दमिश्क और बीजिंग के हितों की परिधि में किया जाना चाहिए। सीरिया में 2011 से गृहयुद्ध चल रहा है और यह युद्ध अब काफ़ी हद तक कम हो गया है लेकिन अभी भी देश के कुछ हिस्से आतंकवादी गुटों के नियंत्रण में हैं और उन पर विदेशी सेनाओं का क़ब्ज़ा भी है।
पिछले दो वर्षों में सीरिया में विरोधियों और आतंकवादी गुटों का समर्थन करने वाले कुछ देशों की नीति बदल गई है और उन्होंने दमिश्क के साथ संबंधों की बहाली को अपने एजेंडे में शामिल कर लिया।
सऊदी अरब और संयुक्त अरब इमारात सहित अधिकांश अरब देशों ने सीरिया के साथ संबंधों को पुनर्जीवित करते हुए इस देश के पुनर्निर्माण के लिए अपनी तत्परता की घोषणा कर दी है।
इसका परिणाम यह निकला कि सीरिया अरब लीग में लौट आया और राष्ट्रपति बश्शार असद की बीजिंग यात्रा को इसी राजनीतिक प्रक्रिया की अगली कड़ी के रूप में देखा जा सकता है जो दर्शाता है कि सीरिया अलग थलग पड़ने के दौर से कामयाबी के साथ निकल गया है।
एक और महत्वपूर्ण मुद्दा यह है कि आख़िरी बार बश्शार अल-असद ने 2004 में बीजिंग का दौरा किया था और चीन के पूर्व नेता हू जिंताओ से मुलाकात की थी। 2004 में बश्शार अल-असद की चीन यात्रा, 1956 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से इस देश के किसी प्रमुख की चीन की पहली यात्रा थी।
बश्शार अल-असद की हालिया बीजिंग यात्रा दमिश्क सरकार के प्रमुख की चीन की दूसरी यात्रा है और बीजिंग में शी जिनपिंग के साथ बश्शार असद की पहली बैठक भी है।
तीसरा मुद्दा यह है कि सीरिया को विपक्षी आतंकवादियों के साथ एक दशक के युद्ध के बाद पुनर्निर्माण के लिए विदेशी निवेश की आवश्यकता है जिसने देश के लगभग 80 प्रतिशत बुनियादी ढांचे को नष्ट कर दिया है।
आज, चीन दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और उसके पास विभिन्न देशों में निवेश करने की आवश्यक क्षमता है इसीलिए बश्शार अल-असद को उम्मीद है कि चीन, सीरिया के पुनर्निर्माण में अहम भूमिका निभा सकता है।
अंतिम बिंदु यह है कि बश्शार अल-असद की बीजिंग यात्रा तब हो रही है जब बीजिंग "बेल्ट एंड रोड" सम्मेलन की मेज़बानी की तैयारी कर रहा है जो अगले महीने 110 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ शुरू होगा। चीन इन देशों के बीच व्यापार संबंधों के विकास को बढ़ावा देने और अपने स्वयं के बुनियादी ढांचे को विकसित करने में मदद करने के लिए अपनी परियोजना को पूरा करने को बहुत महत्व देता है। (AK)
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