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उम्र के संबंध में माल ख़र्च करने से भी अधिक कंजूस रहो, समय की क़ीमत के बारे में पैग़म्बरे इस्लाम और उनके उत्तराधिकारी की सिफ़ारिश
Feb २५, २०२५ १९:४४पार्सटुडे- इस बात में कोई संदेह नहीं है कि समय इंसान की बहुत बड़ी और अद्वितीय पूंजी है और उसका सही लाभ उठाकर हर क्षेत्र में प्रगति की जा सकती है और भौतिक और आध्यात्मिक प्रगति की बड़ी से बड़ी चोटी को सर किया जा सकता है।
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जवाद आमूलीः क़ुरआन समस्त संदेहों का जवाब देता है, अहलेबैत अलै. के क़ुरआनी ज्ञानकोष की प्रशंसा
Feb २२, २०२५ १९:१८पार्सटुडे- पवित्र क़ुरआन के महान व्याख्याकार ने कहा है कि क़ुरआन ज्ञान व माअरत का कौसर है और उसने समस्त संदेहों का जवाब दिया है।
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(अपनी महिलाओं का सम्मान करो ताकि बिना हिसाब जन्नत में दाख़िल हो) महिलाओं के बारे में हज़रत मोहम्मद स. और उनके पवित्र परिजनों की कुछ हदीसें
Feb २२, २०२५ १७:४०पार्सटुडे- इस्लाम में महिला का स्थान एक अद्वितीय स्थान है और महिलाओं के सम्मान के संबंध में काफ़ी सिफ़ारिशें की गयी हैं।
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(वह इंसान धिक्कारा हुआ है जो अपने पड़ोसी को कष्ट पहुंचाये) पड़ोसी के बारे में हज़रत मोहम्मद स. और उनके पवित्र परिजनों की सिफ़ारिशों पर एक नज़र
Feb २०, २०२५ १९:०६पार्सटुडे- पड़ोसियों के सम्मान का लोगों के सामाजिक जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। आज लोग शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं और उनकी जीवन शैली शहरी हो गयी है। इस बात के दृष्टिगत पड़ोसी और उसके अधिकारों का विषय अधिक महत्वपूर्ण हो गया है।
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कठिनाइयों का मुक़ाबला कैसे करें? पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों की सिफ़ारिशें
Feb १९, २०२५ १४:३८पार्सटुडे- कठिनाइयां इंसानों की ज़िन्दगी का भाग हैं और वह तूफ़ान की भांति हैं जिनसे भागना असंभव है। पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों ने इस संबंध में सब्र व धैर्य से काम लेने की बहुत सिफ़ारिश की है।
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दूसरों के ग़ुलाम न बनो कि अल्लाह ने तुम्हें आज़ाद पैदा किया है, आज़ादी के बारे में पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों की आठ हदीसें
Feb १८, २०२५ १६:०२पार्सटुडे- (आज़ादी) अपमान के बंधन से इंसान की एक प्रकार की मुक्ति व रिहाई है और पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र व सज्जन परिजनों ने इस विषय पर बहुत बल दिया है।
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"पैग़म्बर स्पष्ट तर्क और बुद्धि अल्लाह की आंतरिक हुज्जत है" इमाम मूसा काज़िम अलै. की जीवनी और उनके कुछ कथनों पर एक दृष्टि
Jan २६, २०२५ १७:४६पार्सटुडे- इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम पैग़म्बरे इस्लाम के पवित्र परिजनों में से एक हैं। वह हिजरी क़मरी की दूसरी सदी की महान हस्ती हैं। इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम ने बहुत से राजनीतिक और सामाजिक कार्यों को स्पष्ट करने की बुनियाद रखी और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।
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अली बिन अबीतालिब पैग़म्बरे इस्लाम के वसी व उत्तराधिकारी कौन हैं और अहलेबैत के अनुयाई उन्हें क्यों अपना इमाम मानते हैं?
Jan १७, २०२५ १९:२८पार्सटुडे- अली बिन अबीतालिब अलैहिस्सलाम मुसलमानों के पहले इमाम हैं। वह पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों के अनुयाइयों के पहले इमाम, सहाबी, रावी, पैग़म्बरे इस्लाम के चाचा के बेटे और उनके दामाद, वहि अर्थात ईश्वरीय संदेश के लिखने वाले हैं जबकि सुन्नी मुसलमानों के निकट वह चौथे ख़लीफ़ा हैं और शिया उन्हें पहला ख़लीफ़ा मानते हैं।
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अल्लाह ज़ालिम और उससे बदला लेगा जो मज़लूम की मदद न करे (चुनिन्दा आठ हदीसें)
Dec १८, २०२४ १५:३२पार्सटुडे- पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं" मज़लूम की बद्दुआ से डरो यद्यपि वह काफ़िर ही क्यों न हो, क्योंकि मज़लूम की बद्दुआ के सामने कोई रुकावट नहीं है।
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पैग़म्बरे इस्लाम की सुपुत्री हज़रत फ़ातेमा ज़हरा स. के बारे में आप क्या जानते हैं?
Dec ०७, २०२४ २१:३६पार्सटुडे- प्रसिद्ध किताब सही बुख़ारी में पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद स. और हज़रत ख़दीजा स. की बेटी हज़रत फ़ातेमा सलामुल्लाह अलैहा को जन्नत की महिलाओं की सरदार बताया गया है।