Pars Today
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि प्रतिबंध, परिवेष्टन, धमकी और सज़ा देना, फ़ार्स की खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों के संकट के समाधान में परिणामदायक सिद्ध नहीं होगा।
संयुक्त अरब इमारात भी सऊदी अरब को अपने लिए एक ख़तरे के रूप में देखता है।
ब्लूमर्ग वेबसाइट ने अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की विवादित नीतियों को देश की अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर ख़तरा बताया है।
ईरान की संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश नीति आयोग के प्रमुख ने कहा है कि सऊदी अरब, इस्लामी गणतंत्र ईरान के हितों के लिए के लिए खतरा नहीं है और अगर उसमें ताक़त होती तो वह क्षेत्र के विभिन्न मोर्चों पर हार का मुंह नहीं देखता।
श्री खुश्रो ने बल देकर कहा कि सऊदी अरब के रक्षामंत्री का शत्रुतापूर्ण बयान न केवल ईरान के विरुद्ध धमकी है बल्कि स्पष्ट स्वीकारोक्ति है कि सऊदी अरब की सरकार का ईरान के भीतर हिंसात्मक व आतंकवादी कार्यवाहियों में हाथ है
लेबनान के हिज़्बुल्लाह संगठन के प्रमुख सैयद हसन नसरुल्लाह ने कहा कि अमरीका और इस्राईल इस स्थिति में नहीं है कि वह ईरान पर हमला कर सकें और अमरीकियों को यह बात अच्छी तरह मालूम है कि ईरान अकेला नहीं है।
ईरान ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि शत्रु की ओर से ख़तरे की स्थिति में उसपर मिज़ाइल बरसाए जाएंगे।
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि ईरान धमकियों से डरने वाला नहीं है।
जायोनी शासन के पास लगभग 300 परमाणु वार हेड्स हैं
आतंकी गुट दाइश ने तुर्की को धमकी देते हुए इस देश को जेहाद की धरती बताया है।