अलवियों के जनसंहार का फ़तवा जारी हो गया
आतंकी गुट नुस्रा फ़्रंट के पूर्व मुफ़्ती ने सीरिया के अलवी मत के लोगों के जनसंहार का फ़तवा जारी कर दिया है।
अलआलम टीवी के अनुसार सामी अल अरीदी ने, तथाकथित मुस्लिम धर्मगुरुओं के बयानों का हवाला देते हुए सीरिया के अलवियों के विरुद्ध युद्ध का आह्वान किया है। उन्होंने अपने फ़तवे में इस बात का उल्लेख नहीं किया है कि उनका तात्पर्य हथियार उठाने वाले अलवियों से है या असैनिक अलवियों का भी जनसंहार किया जाना चाहिए। अल अरीदी ने कहा कि इमाम ग़ज़ाली का कहना है कि इन लोगों के साथ धर्मभ्रष्टो की तरह व्यवहार किया जाना चाहिए अतः इन लोगों का ज़मीन से सफ़ाया किया जाना वाजिब अर्थात धार्मिक दृष्टि से अनिवार्य है।
इस वहाबी मुफ़्ती ने इसी तरह इब्ने तैमिया के हवाले से कहा है कि ये लोग (नुसैरी या अलवी) यहूदियों, ईसाइयों और अनेकेश्वरवादियों से भी बड़े अधर्मी है अतः इनकी ओर से पैग़म्बर के मानने वालों को पहुंचने वाला नुक़सान उनसे लड़ने वाले काफ़िरों से भी अधिक है। अलवियों के ख़िलाफ़ अल अरीदी का यह तकफ़ीरी फ़तवा एेसी स्थिति में सामने आया है जब इब्ने तैमिया के मानने वाले वहाबी, सलफ़ी और तकफ़ीरी केवल अलवियों को ही नहीं बल्कि शियों और सुन्नियों तक को काफ़ीर कहते हैं। (HN)