हुम्स में जूलानी तत्वों द्वारा सीरियाई नागरिकों का अपहरण जारी
-
हुम्स में जूलानी तत्वों द्वारा सीरियाई नागरिकों का अपहरण जारी
पार्सटुडे- जूलानी के तत्वों द्वारा सीरियाई नागरिकों का अपहरण और अज्ञात स्थानों पर उनका स्थानांतरण जारी है और अब तक सीरिया के पश्चिम में स्थित हुम्स नगर में 900 लोगों का अपहरण हो चुका है।
असद सरकार के लोगों से मुक़ाबले के बहाने सीरिया के हुम्स नगर में ताक़त का इस्तेमाल और सीरियाई नागरिकों का अज्ञात स्थानों पर स्थानांतरण जारी है और अब तक हुम्स नगर के 900 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है जिनके बारे में कुछ पता नहीं है।
पार्सटुडे ने अलमयादीन के हवाले से बताया है कि इन लोगों की ग़ैर क़ानूनी गिरफ़्तारियां ऐसी स्थिति में जारी हैं जब उनमें से अधिकांश "अपना दायित्व" निर्धारित करने वाले केन्द्रों पर जा चुके हैं और असद सरकार के ज़माने के जो सैनिक थे वे अपने हथियारों को भी जूलानी तत्वों के हवाले कर चुके हैं।
इसी प्रकार तहरीरूश्शाम के तत्व हुम्स विशेषकर इस क्षेत्र व नगर में रहने वाले शिया मुसलमानों के साथ हिंसक व्यवहार कर रहे हैं और उसकी वीडियो सोशल साइटों पर प्रकाशित हुई हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर तहरीरूश्शाम से संबंधित तत्व सीरियाई नागरिकों को मारने- पीटने के अलावा उनके संबंध में अभद्र शब्दों का प्रयोग करके उनका अपमान कर रहे हैं और सीरिया के हुम्स प्रांत के मोहल्लों पर बड़े पैमाने पर हमले और फ़ायरिंग करके लोगों के घरों में ताक़त के बल पर दाख़िल होते और लोगों को गिरफ़्तार करते हैं।
सीरिया के Human Rights Watch ने भी इस देश के हुम्स में अभी 500 लोगों की गिरफ़्तारी की सूचना दी है। गिरफ़्तार होने वालों में कुछ असद सरकार के सैनिक अफ़सर भी शामिल हैं। सीरिया के एमनेस्टी इंटरनेश्नल ने इसी प्रकार बताया है कि सीरिया के सशस्त्र विरोधी गुटों ने चार दिनों तक अलवी संप्रदाय से संबंधित कर्मचारियों को इस नगर के तकनीकी विभागों में हाज़िर नहीं होने दिया।
ज्ञात रहे कि सीरिया के सशस्त्र विरोधी गुटों ने सात आज़र 1403 हिजरी शमसी बराबर 27 नवंबर 2024 को बश्शार असद को सत्ता से हटाने के लक्ष्य से अपनी कार्यवाहियों को इस देश के उत्तर से आरंभ किया और 11 दिनों के बाद 18 आज़र 1403 को अर्थात 8 दिसंबर 2024 को दमिश्क नगर पर नियंत्रण कर लेने और बश्शार असद के सीरिया से चले जाने का एलान किया। MM