इराक़ और दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु पवित्र नगर सामर्रा पहुंचे
इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की शहादत दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए इराक़ और दुनिया भर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पवित्र नगर सामर्रा पहुँच गए हैं।
इराक़ से प्राप्त समाचारों के अनुसार पवित्र नगर सामर्रा में स्थित पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम के रोज़े में इस समय लाखों की संख्या में श्रद्धालु इमाम के शहादत दिवस के अवसर पर शोक मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं।
ख़बरों के मुताबिक़ इस्लामिक कैलेंडर के रबीउल अव्वल महीने की आठ तारीख़ को इमाम हसन असकरी (अ.) के शहादत दिवस के रूप में मनाया जाता है। इमाम असकरी का पवित्र रौज़ा इराक़ के सामर्रा नगर में स्थित है जहां हर वर्ष रबीउल अव्वल महीने की आठ तारीख़ को लाखों की संख्या में दुनिया भर के श्रद्धालु पहुंचते हैं।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सामर्रा में इमाम असकरी (अ.) को रौज़े पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पूरे इराक़ और दुनिया के विभिन्न देशों से सामर्रा पहुंचने वाले श्रद्धालु विभन्न तरीक़ो से अपने शोक को प्रकट कर रहे हैं। आज रात इमाम की शहादत की रात होने के कारण शोक सभाएं अपने चरम पर हैं।
इमाम हसन असकरी की शहादत के अवसर को देखते हुए पूरे सामर्रा नगर में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतज़ाम किए गए हैं। इराक़ी सेना के साथ-साथ स्वयंसेवी बल के जवान इस पवित्र शहर के चप्पे चप्पे पर तैनात हैं। सामर्रा में मौजूद आतंकवाद विरोधक दल के कमांडर "इमाद अज़्ज़ोहैरी" के अनुसार पवित्र नगर सामर्रा की सुरक्षा, इमाम हसन असकरी के शहादत दिवस से चार दिनों तक हाई अलर्ट पर रहेगी।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार आठ रबीउल अव्वल अर्थात 8 दिसंबर को पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम का शहादत दिवस है आपको 1170 साल पहले इराक़ के शहर सामर्रा में उस समय के अत्याचारी शासक द्वारा ज़हर देकर शहीद कर दिया गया था। (RZ)