मूसिल में आरपार की लड़ाई शुरू
इराक़ के प्रधान मंत्री हैदर अल-अबादी ने पश्चिमी मूसिल की आज़ादी के अभियान का आदेश जारी करते हुए इसे इराक़ी की पूर्ण आज़ादी का अंतिम चरण क़रार दिया है और कहा है कि तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश के अत्याचारों के कारण जो लोग बेघर हुए हैं, उनकी ज़रूरतों की आपूर्ति हमारी पहली प्राथमिकता है।
याद रहे कि इराक़ में दाइश के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण ठिकाने मूसिल की आज़ादी का अभियान 17 अक्तूबर 2016 को शुरू हुआ था, जिसके बाद इराक़ी सैनिकों ने मूसिल के कई इलाक़ों को दाइश के क़ब्ज़े से आज़ाद करा लिया है।
पश्चिमी मूसिल अभी भी दाइश के क़ब्ज़े में है। केइराक़ी प्रधान मंत्री ने 19 फ़रवरी को मूसिल के पश्चिमी इलाक़े को आज़ाद कराने का भी आदेश जारी कर दिया।
इराक़ी प्रधान मंत्रीः ... इराक़ मूसिल की आज़ादी के अभियान के नए चरण में प्रवेश कर गया है। हमारे अभियान की योजना यह है कि आज़ादी के अभियान के दौरान, लोग अपने घरों से बाहर न निकलें। हमने जनता के सहयोग से युद्ध क्षेत्र में लगने वाली आग को बुझा दिया है। आतंकवादी हालात को बिगाड़ना चाहते हैं, ताकि सैनिकों की प्रगति में रूकावटें उत्पन्न करें।
इराक़ी प्रधान मंत्री हैदर अल-अबादी का कहना था कि हमें आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में विश्व समुदाय के सहयोग की ज़रूरत है। उन्होंने कहा कि मैं राजनीतिज्ञों और मीडियाकर्मियों से अनुरोध करता हूं कि आतंकवादियों को अपने उद्दश्यों की प्राप्ति में मदद न करें।
मूसिल के पश्चिमी भाग की भौगोलिक स्थिति युद्ध रणनीति के लिहाज़ से काफ़ी महत्वपूर्ण है। इसी प्रकार इस इलाक़े में लड़ाई कठिन है। मूसिल एयरपोर्ट भी इसी इलाक़े में स्थित है। अलग़ज़लानी सैन्य छावनी भी यहीं स्थित है। इस छावनी की आज़ादी के साथ ही आतंकवादी कमज़ोर स्थिति में आ जायेंगे और मूसिल से उनके पैर उखड़ जायेंगे।