सीरिया के सैनिक ठिकाने पर इस्राईल का हमला,
सीरिया के हमा शहर के उपनगरीय क्षेत्र में स्थित मिसाइल फ़ैक्ट्री पर इस्राईल के युद्धक विमानों की बमबारी जिसमें सात लोगों की जानें गईं केवल सीरियाई सरकार क्षुब्ध करने वाली कर्यवाही नहीं बल्कि यह रूस की वायु रक्षा प्रणाली को ललकारने की कोशिश भी है।
नेतनयाहू ने रूसी राष्ट्रपति व्लादमीर पुतीन से दुखड़ा बयान किया कि सीरिया में क़ुनैतरा, दरआ और गोलान हाइट्स के इलाक़ों में ईरान और हिज़्बुल्लाह के सैनिकों की उपस्थिति से इस्राईल परेशान है। इन सैनिकों को इन इलाक़ों से बाहर निकाला जाना चाहिए। पुतीन ने नेतनयाहू की इस मांग पर कान नहीं धरे तो तिलमिलाहट में नेतनयाहू ने यह हवाई हमली करके पुतीन को ललकारने की कोशिश की है। इस विचार को इस बात से बल मिलता है कि इस्राईली युद्ध मंत्री एविग्डर लेबरमैन ने सीरिया के क्षेत्रों में इस्राईल के 100 से अधिक हमलों में से इस हमले की ज़िम्मेदारी भी ली और इस पर गर्व भी किया।
कुछ इस्राईली टीकाकारों का कहना है कि यह हमला सैयद हसन नसरुल्लाह की गुप्त दमिश्क़ यात्रा पर इस्राईल की प्रतिक्रिया भी हो सकती है।
अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इस्राईल के इस हमले पर रूस की क्या प्रतिक्रिया होगी। क्या रूस इस्राईल की इस उत्तेजक हरकत के जवाब में ख़ुद ही कोई कार्यवाही करेगा और इस्राईल का कोई विमान मार गिराएगा या सीरियाई सेना को एस-300 या एस-400 वायु रक्षा प्रणाली से लैस करके इस्राईल पर नकेल कसेगा ताकि भविष्य में कभी भी इस्राईल इस प्रकार का दुस्साहस न कर सके।
सीरियाई सेना लगभग सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों को आतंकियों से आज़ाद करा चुकी है अतः इस्राईल की सारी आशाओं पर पानी फिर गया है इस लिए इस्राईली प्रशासन में गहरा रोष है जो अलग अलग अवसरों पर ज़ाहिर हो जाता है।