2 फ़िलिस्तीनी वैज्ञानिक अलजीरिया में शहीद, शक की सुई...
(last modified Mon, 23 Jul 2018 04:10:56 GMT )
Jul २३, २०१८ ०९:४० Asia/Kolkata
  • 21 अप्रैल 2018 को कुआलालंपूर में मलेशिया की आपराधिक जांच करने वाली पुलिस इकाई द्वारा घेरा गया वह घटना स्थल जहां फ़िलिस्तीनी वैज्ञानिक की हत्या हुयी थी (एएफ़पी के सौजन्य से)
    21 अप्रैल 2018 को कुआलालंपूर में मलेशिया की आपराधिक जांच करने वाली पुलिस इकाई द्वारा घेरा गया वह घटना स्थल जहां फ़िलिस्तीनी वैज्ञानिक की हत्या हुयी थी (एएफ़पी के सौजन्य से)

अलजीरिया की राजधानी अल्जियर्स में 2 फ़िलिस्तीनी वैज्ञानिक एक अपार्टमंट में मृत पाए गए।

अल्जीरिया में फ़िलिस्तीनी दूतावास के हवाले से मिली रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को अल्जियर्स में एक अपार्टमंट में 34 साल के सुलैमान अलफ़र्रा और मोहम्मद अलबना मृत पाए गए। ये दोनों वैज्ञानिक ग़ज़्ज़ा पट्टी के ख़ान यूनुस इलाक़े के थे।

आरंभिक जांच के अनुसार, ये दोनों लोग या गैस फैलने की वजह से दम घुटने से मरे या फिर शार्ट सर्किट की वजह से बिजली से मरे हैं।

फ़िलिस्तीनी रिपोर्टों में इन दोनों वैज्ञानिकों की हत्या होने का दावा किया गया है।

ग़ज़्ज़ा में एक स्थानीय न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, "ये मौते दो दिन पहले हुयीं और रविवार को पड़ोसियों को उस समय इस घटना का पता चला जब उन्होंने इमारत में फैली हुयी गैस की बदबू महसूस की।"

इसके अलावा पुलिस को एक शव दरवाज़े के पास मिला जबकि दूसरा शव बिस्तर पर था।

मृत वैज्ञानिक मोहम्मद अलबना के भाई ने कहाः "हमारे पास ब्योरा नहीं है। मुझे उम्मीद हे कि अल्जीरियाई सरकार और वहां पर मौजूद फ़िलिस्तीनी दूतावास घटना के कारण को समझने के लिए ज़रूरी क़दम उठाएंगे।"

ग़ौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में दुनिया के अनेक देशों में अनेक फ़िलिस्तीनी वैज्ञानिकों की हत्या हुयी है जिनमें से अधिकांश के पीछे इस्राईल की जासूसी एजेंसी मोसाद का हाथ बताया जाता है।

अप्रैल में फ़िलिस्तीन के इस्लामी जेहाद आंदोलन ने कहा था कि मलेशिया में फ़िलिस्तीनी लेक्चरर व वैज्ञानिक की हत्या के पीछे मोसाद का हाथ था।(MAQ/N)

 

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