लेबनानी सेना इस्राईल के मुकाबले में मज़बूत दुर्ग हैः मिशल औन
(last modified Thu, 02 Aug 2018 06:19:20 GMT )
Aug ०२, २०१८ ११:४९ Asia/Kolkata
  • लेबनानी सेना इस्राईल के मुकाबले में मज़बूत दुर्ग हैः मिशल औन

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि इस्राईल ने सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नंबर 1701 का उल्लंघन किया है और उसने लेबनान की कुछ भूमियों पर कब्जा कर रखा है।

लेबनान के राष्ट्रपति ने बल देकर कहा है कि जायोनी शासन की धमकियों के बावजूद लेबनान अपनी तेल सम्पत्ति से लाभ उठाने का दृढ़ संकल्प रखता है।

मिशल औन ने बुधवार को एक सैनिक कार्यक्रम में सैनिक क्षमता को अधिक मज़बूत बनाये जाने पर बल दिया और कहा कि सैनिक इकाईयां इस्राईल और तकफीरी आतंकवादियों के मुकाबले में मज़बूत दुर्ग हैं।

उन्होंने कहा कि यूनिफेल के सुरक्षा बलों के साथ समन्वय एवं सहकारिता करके लेबनान की सेना इस्राईल की वर्चस्वादी नीतियों के मुकाबले में उल्लेखनीय भूमिका निभा रही है।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि इस्राईल ने सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव नंबर 1701 का उल्लंघन किया है और उसने लेबनान की कुछ भूमियों पर कब्जा कर रखा है।

ज्ञात रहे कि वर्ष 2006 में लेबनान के विरुद्ध इस्राईल के 33 दिवसीय युद्ध की समाप्ति पर सुरक्षा परिषद ने प्रस्ताव नंबर 1701 पारित किया था जिसमें इस्राईल से कहा गया है कि वह लेबनान के विरुद्ध शत्रुतापूर्ण कार्यवाही से दूर रहे परंतु इस्राईल सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव की सदैव अनदेखी करते हुए लेबनान की ज़मीनी, हवाई और समुद्री सीमाओं का उल्लंघन करता - रहता है।

लेबनान के राष्ट्रपति मिशल औन ने इस देश के नये मंत्रीमंडल के गठन की ओर संकेत करते हुए बल देकर कहा है कि कोई गुट किसी दूसरे पर वरियता नहीं रखता है और लेबनान के नये मंत्रीमंडल में देश के समस्त पक्षों को शामिल होना चाहिये।

ज्ञात रहे कि कल बुधवार को लेबनान में सैनिक दिवस था और पहली अगस्त 1945 को इस देश की सेना ने सुरक्षा ज़िम्मेदारी संभाल ली थी। इससे पहले लेबनान पर फ्रांस का अधिकार था। MM

 

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