क़तर के घेराव को दो साल पूरे, दोहा का ग़ुस्सा फूटा
क़तर के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने कुछ अरब देशों की ओर से क़तर के परिवेष्टन की दूसरी बरसी के अवसर पर कहा कि क़तर के विरुद्ध जारी प्रतिबंधों ने फ़ार्स की खाड़ी सहयोग परिषद को पतन के मुंहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है।
क़तर के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता लूलू अलख़ातिर ने अरब देशों की इस कार्यवाही का लक्ष्य क़तर की अर्थव्यवस्था को नुक़सान पहुंचाना क़रार दिया और बल दिया कि यह चारों अरब देश, क़तर के विरुद्ध अपने किसी भी शर्मनाक लक्ष्य की प्राप्ति में सफल नहीं हो सके।
क़तरी विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने कहा कि दोहा इस बात का प्रयास कर रह है कि क़तर और इन चारों देशों में यदि संबंध बहाल भी हो जाएं तो भी क़तर इन देशों से किसी भी प्रकार की कोई निर्भरता न रखे।
ज्ञात रहे कि जून 2017 को सऊदी अरब, संयुक्त अरब इमारात, बहरैन और मिस्र पर आधारित चार अरब देशों ने क़तर पर आतंकवाद के समर्थन का आरोप लगाते हुए इस देश से संबंध तोड़ लिए थे और इस देश के विरुद्ध प्रतिबंध लगा दिए थे। (AK)