नस्ली हत्यारे को दोषमुक्त किये जाने पर ट्रम्प ने दी बधाई अमरीका के कई शहरों में फूट पड़े विरोध प्रदर्शन
अमरीकी न्यायालय द्वारा एक गोरे अमरीकी को नस्ली हत्याओं के केस में दोषमुक्त करने से गंभीर विवाद पैदा हो गया है। अमरीका के कई क्षेत्रों में लोग इस फैसले के विरुद्ध सड़कों पर उतर आए हैं।
संचार माध्यमों के अनुसार अमेरिका की एक अदालत ने दो लोगों की हत्या करने और एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल करने के आरोपी काइली रिट्टनहाउस को दोषमुक्त करने के आदेश दिए हैं।
न्यायाल के इस फैसले के बाद अमेरिका के कई राज्यों में लोग इस फैसले के विरोध में सड़कों पर उतर आए हैं।काइली रिट्टनहउस काे बरी किए जाने के बाद अमेरिका में रिपब्लिकन और डेमोक्रेट समर्थन आमने-सामने आ गए हैं।
न्यूयॉर्क सहित अमरीका के कई शहरों में कोर्ट के फैसले के विरोध में प्रदर्शन हो रहे हैं। शिकागो की कई दुकानों में लूटपाट और आगजनी की वारदातें हुई हैं। पोर्टलैंड में दंगे भड़क गए हैं। व्यवस्था संभालने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस को उतारा गया है।
फैसले का विरोध करने वालों ने इसे श्वेत समर्थक फैसला बताया है। न्यूयॉर्क में हुई एक सभा के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह फैसला अमेरिका के चेहरे पर लाखों बार तमाचे के समान है। उन्होंने कहा, अमेरिका में आज यदि कोई भी अश्वेतों का समर्थन करता है तो उसे सिस्टम के खिलाफ माना जाता है।
कायली पर आरोप था कि विस्कोंसिन में एक प्रदर्शन के दौरान उसने दो लोगों की हत्या कर दी थी और एक अन्य व्यक्ति को घायल कर दिया था। इसके अलावा कायली पर अन्य लोगों की सुरक्षा को खतरे में डालने के भी आरोप लगे थे, लेकिन इतने आरोपों के बावजूद भी कायली को हत्या के केस में बरी कर दिया गया है।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फैसले का विरोध करते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने फैसले का समर्थन करते हुए काइल रिट्टनहाउस को मुबारकबाद दी है।
याद रहे कि नस्ली हत्यारे के रूप में चर्चित 18 साल के काइली रिट्टनहाउस ने पिछले साल विस्कोंसिन में अश्वेतों के समर्थन में चल रहे प्रदर्शन के दौरान गोलीबारी की थी।
अमेरिका में शुक्रवार को आए इस फैसले के बाद अश्वेतों के समर्थन में ब्लैक लाइव्स मैटर फिर गरमा गया है। कोर्ट के फैसला सुनाए जाने के बाद अमेरिका में गन कल्चर, नस्ली भेदभाव और कथित आत्मरक्षा के अधिकार की सीमाओं को लेकर बहस छिड़ गई है।