ईरान में आसमानी धर्मों के शोहदा का नेश्नल फ़ेस्टिवल, शहादत एक बहुमूल्य वफ़ादारी है
The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव ने कहा है कि आज जो जंग हो रही है वह दुनिया में अन्याय व नाइन्साफ़ी की वजह से हो रही है।
पार्सटुडे के अनुसार The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव हुज्जतुल इस्लाम हमीद शहरयारी ने अत्याचार के मुक़ाबले में प्रतिरोध व डट जाने को आसमानी धर्मों के मानने वालों का दायित्व बताया और कहा कि ईश्वरीय दूतों व पैग़म्बरों को न्याय के दुश्मनों का सामना था और आज जो जंग हो रही है उसका कारण विश्व में अन्याय है।
The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought के महासचिव ने आसमानी धर्मों के मानने वालों के शांतिपूर्ण ढंग से रहने को ईरान में न्याय का बेहतरीन उदाहरण बताया और मुसलमानों के मध्य फ़ूट डालने हेतु अमेरिका और पश्चिमी देशों के प्रयासों की आलोचना की।
ईरान के फ़ार्स प्रांत के गवर्नर हुसैन अली अमीरी ने भी इस समारोह में जो "शीराज़ नगर में आयोजित हुआ"कहा कि ईरान में समस्त आसमानी धर्मों के मानने वालों को समान अधिकार प्राप्त हैं।
ईरानी संसद मजलिसे शुराये इस्लामी में ज़रतुश्तियों के प्रतिनिधि बेहशीद बर्ख़ुरदार ने कहा कि ईरानियों का अतीत अच्छा और वे सभ्य संस्कृति के स्वामी हैं। उन्होंने शहादत को एक मूल्यवान वफ़ादारी बताया और कहा कि यह वर्तमान समय की ज़रूरत है और हम सब को हक़ को व्यवहारिक बनाने के लिए प्रयास करना चाहिये।
ईरान में आसमानी धर्मों के शोहदा का नेश्नल फ़ेस्टिवल सोमवार की शाम को शीराज़ में आयोजित हुआ। इस फ़ेस्टिवल में दूसरे आसमानी धर्मों के परिजन भी उपस्थित थे। MM
कीवर्ड्सः आसमानी धर्मों के शोहदा का नेश्नल फ़ेस्टिवल, The World Forum for Proximity of Islamic Schools of Thought, शीराज़, ईरान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की स्थिति