नेटो की सदस्यता नहीं हासिल कर पाएगा यूक्रेनः बोरेल
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जोज़ेफ़ बोरेल का कहना है कि ब्रसल्ज़ ने यूक्रेन को एसा वचन देकर ग़लती की जिसे वह व्यवहारिक नहीं बना सकता।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Mar १४, २०२२ १६:४४ Asia/Kolkata
  • नेटो की सदस्यता नहीं हासिल कर पाएगा यूक्रेनः बोरेल

जोज़ेफ़ बोरेल का कहना है कि ब्रसल्ज़ ने यूक्रेन को एसा वचन देकर ग़लती की जिसे वह व्यवहारिक नहीं बना सकता।

यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रभारी ने कहा है कि पश्चिम की ओर से यूक्रेन को नेटो की सदस्यता का वादा देना ग़लत था।

जोज़फ़ बोरेल ने कहा कि हमने वह वादा किया जिसे पूरा नहीं कर सकते।  उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यह बहुत बड़ी ग़लती थी।  हमने जो वचन दिया उसको हम पूरा नहीं कर पाए।  बोरेल ने इस बात को स्वीकार किया कि रूस के साथ संबन्धों के बारे में पश्चिमी ने ग़लती की और रूस को पश्चिम से निकट करने का अवसर गंवा दिया।

यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रभारी का यह बयान, यूक्रेन युद्ध के लिए पश्चिम को ज़िम्मेदार बताता है।  यह हक़ीक़त है कि माॅस्को की लगातार चेतावनियों के बावजूद पूर्वी यूरोप तक नेटो के विस्तार के उद्देश्य से यूक्रेन को उसकाकर अमरीका और पश्चिम ने बुरा किया।

सन 2008 में बोख़ारेस्ट सम्मेलन में नेटो के राष्ट्राध्यक्षों ने पूर्वी यूरोप की ओर से नेटो के विस्तार के परिप्रेक्ष्य में यूक्रेन तथा जार्जिया को इस संगठन की सदस्यता की बात कही थी।  उस दिन के बाद से यह मुद्दा नेटो और रूस के बीच गंभीर मतभेद का कारण बन गया।  अमरीका और नेटो ने इस संदर्भ में यूक्रेन को रूस के विरुद्ध भड़काने का काम तेज़ कर दिया।  यूक्रेन में पश्चिम का समर्थन प्राप्त सत्ताधारी यह मानने लगे कि एसे में उनको रूस की धमकियों के मुक़बाले में सुनिश्चित सुरक्षा मिल जाएगी।

अपनी सुरक्षा की ओर से निश्चिंत होने के बाद यूक्रेन के नेताओं ने इस बात को पूरी तरह से अनदेखा कर दिया कि इस काम से रूस की रेड लाइन के लिए गंभीर ख़तरा पैदा हो जाएगा।  रूस और जार्जिया के युद्ध ने यह साबित कर दिया था कि नेटो की सदस्यता पर बल देने के कारण मास्को की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया दिखाई जाती है।

यहां पर ध्यान देने योग्य बात यह है कि यूक्रेन युद्ध में बुरी तरह से घिरा हुआ है किंतु अमरीका और यूरोप इस युद्ध में किसी भी रूप में उसका साथ देने के लिए तैयार नहीं हैं जबकि युद्ध में यूक्रेन को ढकेलने वाले वे ही हैं।  यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रभारी ने शनिवार को कहा था कि यूक्रेन युद्ध के अधिक गंभीर होने के बावजूद वे इसमें सैन्य हस्तक्षेप नहीं करेंगे।

यह बात यूक्रेन के राष्ट्रपति को बहुत बुरी लगी। इस बारे में जे़लेंस्की ने शनिवार को कहा कि यूक्रेन के संदर्भ में नेटो के भीतर किसी भी प्रकार की एकजुटता नहीं पाई जाती। यूक्रेन के लिए अब यह पूरी तरह से सिद्ध हो चुकी है कि रूस के मुक़ाबले में उसे सुरक्षा के बारे मेें जो वचन दिये गए थे वे निराधार सिद्ध हुए। इससे पहले ज़ेलेंस्की कह चुके हैं कि युद्ध में उनको अकेले छोड़ दिया गया। एक टीकाकार जेम्स ट्वीडी कहते हैं कि अमरीका ने यूक्रेन को युद्ध में ढकेल दिया।

हालांकि पश्चिम अब रूस के विरुद्ध कड़े प्रतिबंध लगा रहा है और इसी के साथ बहुत बड़े पैमाने पर यूक्रेन की सैन्य सहायता भी कर रहा है लेकिन युद्ध में उसका साथ देने के लिए नेटो और अमरीका कोई भी तैयार नहीं है।  इस प्रकार से पश्चिम ने यूक्रेन को यह स्पष्ट संदेश दे दिया है कि युद्ध उसको अकेले ही लड़ना होगा।

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