काबुल में अमरीका के विरोध में व्यापक प्रदर्शन
(last modified Sun, 18 Sep 2022 08:05:13 GMT )
Sep १८, २०२२ १३:३५ Asia/Kolkata

अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में बहुत बड़ी संख्या में लोगों ने अमरीका के विरोध में प्रदर्शन किया है।

अफ़ग़ानिस्तान के प्रदर्शनकारी अमरीका से अपने देश की रोकी गई संपत्ति को वापस मांग रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों की मांग है कि उनकी देश की जो संपत्ति अमरीका ने रोक रखी है उसको वह तत्काल वापस करे। अफ़ग़ानिस्तान की जनता के अनुसार उनके देश की जिस विदेशी मुद्रा को अमरीका ने ब्लाक कर रखा है उसपर केवल उनका अधिकार है जिसे उनको वापस किया जाना चाहिए।

इसी के साथ प्रदर्शनकारी यह मांग भी कर रहे थे कि पिछले दो दशकों के दौरान अफ़ग़ानिस्तान की जनता के विरुद्ध अमरीकी और ब्रिटिश सैनिकों ने जो अपराध किये हैं उनकी सज़ा उनको दी जानी चाहिए।

फरवरी सन 2021 को क़तर में तालेबान के साथ दोहा समझौता करके अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान की तत्कालीन ग़नी सरकार को गिराने की भूमिका प्रशस्त की।  इस प्रकार से अफ़ग़ानिस्तान की सरकार गिर गई और तालेबान ने इस देश की सत्ता अपने हाथों में लेली।

जब तालेबान के हाथों में अफ़ग़ानिस्तान आ गया तो अमरीका ने इस बहाने के साथ इस देश की विदेशी मुद्रा को ब्लाक कर दिया कि तालेबान के कारण अफ़ग़ासनिस्तान में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो सकता है और लोकतंत्र के लिए ख़तरें भी पैदा हो सकते हैं।  हालांकि अमरीका को पहले से पता था कि अगर तालेबान के हाथों में सत्ता चली जाएगी तो फिर वे क्या करेंगे? इसके बावजूद उसने अफ़ग़ानिस्तान की सरकार को गिराने की भूमिका प्रशस्त करके तालेबान को सत्ता दिलवाई।

इस समय अफ़ग़ानिस्तान की विदेशी मुद्रा का भण्डार अमरीका के पास है।  वह उसको अफ़ग़ानिस्तान की जनता को वापस नहीं दे रहा है।  यही वजह है कि इसके कारण इस देश के लोगों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी नहीं हो पा रही हैं।  वहां पर ग़रीबी बढ़ रही है, बेरोज़गारी बढ़ रही है और साथ ही दिन-प्रतिदिन मंहगाई बढ़ती जा रही है।  वर्तमान समय में अफ़ग़ानिस्तान में मूलभूत आवश्यकता की वस्तुओं की भारी कमी है और ज़रूरत की दवाएं भी वहां पर उपलब्ध नहीं हैं।

संयुक्त राष्ट्रसंघ की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि इस समय अफ़ग़ानिस्तान की आर्थिक स्थति बहुत ख़राब है।  वहां पर भुखमरी और कुपोषण के शिकार लोगों की संख्या में बहुत तेज़ी से वृद्धि होती जा रही है।  एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार इस समय अफ़ग़ानिस्तान के गंभीर मानव त्रासदी की ओर बढ़ रहा है जिसको रोकने की ज़रूरत है।

विशेष बात यह है कि जिस प्रकार की समस्याओं का हमने उल्लेख किया उस प्रकार की समस्याओं का समाना सैकडों लोगों को नहीं बल्कि लाखों लोगों को करना पड़ रहा है।  एसे में यह बात स्पष्ट है कि जबतक अमरीका, अफ़ग़ानिस्तान की जनता के बारे में अपना दोहरा रवैया बाक़ी रखता है उस समय तक वहां के लोग अमरीकी नीतियों की बलि चढते रहेंगे।

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