ब्रिटेन में आरंभ हुआ हड़तालों का सिलसिला
ब्रिटेन के रेलवे कर्मचारियों ने अपना काम रोक दिया है।
प्रेस टीवी के अनुसार ब्रिटेन के सरकारी कर्मचारी वेतन में बढ़ोत्तरी की मांग को लेकर हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं। उनका कहना है कि बढ़ती मंहगाई के कारण उनका जीवन चौपट हो गया है।
ब्रिटेन की रेलवे यूनियनों ने वेतन और कार्य की स्थति पर सरकार के नवीनतम प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। वे लंबे समय में वेतन में वृद्धि की मांग करते रहे हैं। ब्रिटेन के रेलवे तथा समुद्रीय याताया संगठनों ने सप्ताह में 48 घंटे की हड़ताल का आह्वान किया था। इस हड़ताल के चलते क्रिसमस के अवसर पर व्यापार के चौपट होने का ख़तरा मंडरा रहा है।
रेलवे कर्मचारियों ने मंगलवार को अपना काम बंद कर दिया था जिसके कारण ब्रिटेन में रेलवे की सेवाएं बुरी तरह से बाधित हो गई थीं। इसके चलते अधिकांश सार्वजनिक सेवाओं को बंद करना पड़ा था। ब्रिटेन में इस समय मुद्रास्फीति 11.1 प्रतिशत है जो पिछले 41 वर्षों में अपने उच्चतम स्तर पर है। इसके कारण ब्रिटेन के भीतर श्रमिकों और कर्मचारी वर्ग में असंतोष पाया जाता है।
विशेष बात यह है कि मंहगाई को लेकर असंतोष केवल ब्रिटेन में ही नहीं पाया जाता बल्कि इस समय यह बात लगभग अधिकांश यूरोपीय देशों में देखी जा सकती है। यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोपीय देशों की जनता के लिए आवश्यकता की वस्तुओं का अभाव होता जा रहा है।
पश्चिम की ओर से रूस पर प्रतिबंध लगाने और अधिक दबाव के कारण यूरोपीय देशों को इस समय तेल और गैस की कमी का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती हुई सर्दी में तेल या गैस की कमी पूरे यूरोप के लिए एक संयुक्त समस्या है।
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