तुर्की द्वारा इस्राईल के हाथों जंगी हथियारों व उपकरणों की बिक्री के जारी रहने से संभावित भय व चिंता
पार्सटुडे- तुर्किये के सांख्यिकी कार्यालय ने इस देश की सरकार द्वारा जायोनी सरकार को हथियार के निर्यात के संबंध में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जो हंगामें और चर्चा का विषय बन गयी है।
तुर्किये के सांख्यिकी कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार इस देश के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान की सरकार ने जायोनी सरकार द्वारा ग़ज्जा पट्टी, पश्चिमी किनारे और अवैध अधिकृत फिलिस्तीन के दूसरे क्षेत्रों में पाश्विक हमलों के दौरान इस सरकार के हाथों हथियार बेचा है। तुर्किये सरकार के इस कदम से इस देश के लोग और तुर्किये के कुछ सांसद क्रोधित हो गये हैं।
तुर्किये के सांख्यिकी कार्यालय की ओर से प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार इस देश की सरकार ने केवल नवंबर 2023 से जनवरी 2024 तक जायोनी सरकार के हाथों लगभग 80 हज़ार डालर का हथियार बेचा है।
तुर्किये सरकार के सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जो तस्वीरें प्रकाशित हुई हैं वे इस बात की सूचक हैं कि तुर्किये की सरकार ने इस्राईल के लिए जनवरी 2024 से जो हथियार निर्यात किये हैं उनमें बारूत और दूसरे सैन्य उपकरण व हथियार शामिल हैं परंतु तुर्किये के प्रतिरक्षा उद्योग और रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान जारी करके जायोनी सरकार के साथ हर प्रकार के सैन्य सहयोग का खंडन किया है।
तुर्किये के व्यापार मंत्रालय ने भी एक बयान जारी करके दावा किया कि हालिया महीनों में इस्राईल के लिए जो बारूत और विस्फोटक पदार्थ भेजे गये है उनका कोई सैनिक इस्तेमाल नहीं था।
इससे पहले तुर्किये सरकार के विरोधी 15 सांसदों ने इस देश की संसद में और 13 देशों के 200 कानून बनाने वालों ने गज्जा युद्ध के जारी रहने के कारण इस्राईल के लिए हथियारों के निर्यात के प्रति अपने विरोध की घोषणा की थी।
तुर्किये मुसलमानों का पहला देश है जिसने जायोनी सरकार को मान्यता प्रदान की और उसके साथ द्विपक्षीय संबंधों स्थापित किया।
तुर्किये और जायोनी सरकार के द्विपक्षीय संबंध वर्ष 1949 में सामान्य हो गये कि बाद में ये संबंध सांस्कृतिक, व्यापारिक यहां तक कि सैनिक सतह तक विस्तृत हो गये।
इसी प्रकार तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान पहले मुसलमान नेता थे जो अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में जायोनिज़्म की बुनियाद रखने वाले थ्यूडर हर्ज़ल की क़ब्र पर गये।
जायोनी सरकार ने 7 अक्तूबर 2023 से पश्चिमी देशों के समर्थन से गज्जा पट्टी और पश्चिमी किनारे के निहत्थे और मज़लूम फिलिस्तीनी लोगों के खिलाफ पाश्विक हमलों को आरंभ कर रखा है।
प्राप्त रिपोर्टों के अनुसार जायोनी सरकार के हमलों में अब तक 32 हज़ार से अधिक फिलिस्तीनी शहीद और 74 हज़ार से अधिक घायल भी हो चुके हैं।
यद्यपि इस्राईल के अवैध अस्तित्व की आधिकारिक घोषणा 1948 में की गयी परंतु ब्रिटेन की योजना के तहत पूरी दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों व देशों से यहूदियों को फिलिस्तीन में लाकर उनकी भूमियों में बसाया गया और उस समय से लेकर आजतक फिलिस्तीनियों की हत्या व नस्ली सफाया और फिलिस्तीनियों की ज़मीनों पर कज़्ज़ा जारी है।
यह मतलब उम्मीद साइट के लेख से लिया गया है। MM
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए
हमारा यूट्यूब चैनल सब्सक्राइब कीजिए!
फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक करें।