Apr २६, २०२४ १९:०१ Asia/Kolkata
  • फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार को कैसे सही ठहराया जाए?
    फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार को कैसे सही ठहराया जाए?

पार्सटुडेः अमेरिका में रहने वाले "नोरा लेस्टर मुराद" और "मरियम असवाद" नाम के 2 सामाजिक कार्यकर्ताओं ने 14 चरणों में फ़िलिस्तीनी नरसंहार को सही ठहराने का तरीक़ा बताया है।

"नोरा लेस्टर मुराद" (Nora Lester Murad) और "मरियम असवाद" (Maryam Aswad) की कॉमिक्स दिखाती है कि कैसे ज़ायोनी और उनके समर्थक अवैध अधिकृत क्षेत्रों में फ़िलिस्तीनियों के नरसंहार को उचित ठहराते हैं।

पहली तस्वीरः


फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ हिंसा कैसे हुई, इसके किसी भी निष्पक्ष और सटीक विश्लेषण के इतिहास को मिटाना।

दूसरी तस्वीरः

सारी हक़ीकत को मिटा देना। फ़िलिस्तीनियों को हमेशा हमलावर के रूप में पेश करना। उत्पीड़न के लिए ख़ुद फ़िलिस्तीनियों को ज़िम्मेदार ठहराते हुए उन्हीं को दोषी ठहराना।

तीसरी तस्वीरः

मीडिया पर एकाधिकार। पत्रकारों को धमकाने, निर्वासित करने या यहां तक ​​कि हत्या करके फ़िलिस्तीनियों को बदनाम करने और उनके अभाव को सामान्य बनाने को बढ़ावा देना।

चौथी तस्वीरः

फ़िलिस्तीनियों का अमानवीय दर्शाना। फ़िलिस्तीन विरोधी, अरब विरोधी और मुस्लिम विरोधी शब्दों का प्रयोग करना।

पांचवी तस्वीरः

निडरता के साथ झूठ बोलकर दर्शकों को ग़लत जानकारी देना।

छठी तस्वीरः

यहूदी विरोधी भावना को हथियार बनाना। हर उस फ़िलिस्तीनी पर आरोप लगाया जाना जो ज़ायोनियों के ज़ुल्म का शिकार हुआ हो और अपनी कहानी बताने की कोशिश करे।

सातवीं तस्वीरः

ऐसा दिखाने के लिए कि आप अच्छे लोग हैं, उदार और नस्लवाद-विरोधी साहित्य और शब्दों का उपयोग करना।

आठवीं तस्वीरः

आज़ादी के आंदोलन की गतिविधियों का अपराधीकरण करना। अहिंसक तरीक़ों से भी, अपने अधिकारों पर ज़ोर देने के सभी फ़िलिस्तीनी प्रयासों की निंदा करना।

नौवीं तस्वीरः

बिना जांच-पड़ताल के इस्राईल के दावों को दोहराएं ताकि भावना तर्कसंगतता पर हावी हो जाए।

दसवीं तस्वीरः

आघात और आतंक पैदा करना। यहूदियों को अतीत की भयानक बातें बताएं ताकि वे फ़िलिस्तीनियों के साथ शांति से डरें।

ग्यारहवीं तस्वीरः

बयानबाज़ी और दिखावटी कार्यों से लोगों को गुमराह करें। ताकि आम लोग यह सोचने पर मजबूर हो जाएं कि पूरे सम्मान के साथ आपसी बातचीत आगे बढ़ रही है। लेकिन यथास्थिति का बरक़रार रहना।

बारहवीं तस्वीरः

हर समय, संतुलित और निष्पक्ष होने का दिखावा करना।

तेरहवीं तस्वीरः

एक पक्ष चुनने में समाज को गुमराह करना। इस तथ्य को छिपाएं कि एक न्यायसंगत और राजनीतिक समाधान सभी के अधिकारों, सुरक्षा और सम्मान को बढ़ाता है और एकमात्र स्थायी भविष्य प्रदान करता है।

चौदवां रास्ताः

ब्रेनवॉश करना और ग़लत को लगातार दोहराते रहना है।

"नोरा लेस्टर मुराद" अमेरिका के मैसाचुसेट्स में रहने वाली एक लेखिका, शिक्षिका और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। मरियम असवाद न्यू हैम्पशायर विश्वविद्यालय में एक इराक़ी-कनाडाई छात्र, शिक्षक, कलाकार और गणितज्ञ हैं। (RZ)

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