Apr २१, २०२४ १७:२८ Asia/Kolkata
  • मेन स्ट्रीम अमेरिकी मीडिया संस्थाओं को सेंसर करने और पंगु बनाने की अमेरिका की नई परियोजना
    मेन स्ट्रीम अमेरिकी मीडिया संस्थाओं को सेंसर करने और पंगु बनाने की अमेरिका की नई परियोजना

पार्सटुडेः शायद आप के साथ भी यह ज़रूर हुआ होगा कि जब आपने गूगल क्रोम के ज़रिए किसी समाचार या राजनीतिक वेबसाइट पर वीज़िट करने की कोशिश की हो तब गूगल क्रोम ने सुरक्षा का बहाना बनाकर आपको उस साइट पर प्रवेश करने से रोक दिया हो। लेकिन अब इसमें और तेज़ी आने वाली है। यानी आपको अब किसी भी राजनीतिक और समाचार वेबसाइट पर वीज़िट के लिए और ज़्यादा कठिनाईयों का सामने करना पड़ सकता है।

यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) का एक दस्तावेज़ सामने आया है कि जिसमें इस बात से पर्दा उठा है कि कैसे अमेरिकी सरकार ने ऐसी सभी राजनीतिक और समाचार वेबसाइटों को सेंसर करने की योजना बनाई है कि जो इस देश की सरकार के हितों ख़िलाफ़ किसी भी तरह की कोई बात करती हैं। इस दस्तावेज़ का प्रमुख ध्यान ऑनलाइन जानकारी की पहुंच से उन लोगों को रोकना है जो अमेरिकी सरकार के आधिकारिक नैरेटिव को चुनौती देते हैं और आम तौर पर सवाल उठाकर सिस्टम को चुनौती देते हैं। दस्तावेज़ वीडियो गेम और ऑनलाइन मैसेजिंग पर नियंत्रण स्थापित करने, लोगों को ग़ैर-अमेरिकी मीडिया से दूर करने और (तथाकथित) अधिक अभिजात्य साइटों पर वापस लाने का प्रयास करता है। इसके अनुसार, सरकारों को प्रचारकों के साथ मिलकर वे संगठनों कि जिन्होंने आधिकारिक सीमाओं का सम्मान नहीं किया, निषेधित करने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, यह सरकारी समर्थन प्राप्त समूहों जैसे Bellingcat, Graphika और Atlantic Council को गलत जानकारी के ख़िलाफ़ लड़ाई के प्रमुख के रूप में पेश करता है। रिपोर्ट ऑनलाइन गेमर्स और वीडियो गेम पर ध्यान केंद्रित करती है और उन पर उसी तरह निगरानी रखने का आह्वान करती है जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर की जाती है। दस्तावेज़ के समर्थकों का दावा है कि आलोचक ट्विच (Twitch) जैसे गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर ग़लत सूचना फैला सकते हैं। यह यूज़र्स को फॉलोअर्स बढ़ाने और फेसबुक और ट्विटर जिसे अब एक्स के नाम से जाना जाता है, वे फेसबुक और ट्विटर जैसी महान सोशल मीडिया साइटों पर फॉलोअर्स बढ़ाने और सामग्री साझा करने के लिए समन्वित रूप से काम कर सकें। इस प्रकार, यहां तक ​​​​कि तंग नज़र और बहुत ही ख़ास यूज़र्स वाले प्लेटफ़ॉर्म भी बहुत ही प्रभावशाली बन जाते हैं है।

Google Chrome और Google सर्च इंजन अमेरिका के विरुद्ध आलोचनात्मक सामग्री को कम करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ग़लत जानकारी या कड़वी सच्चाईः

यूएसएआईडी ने दावा किया है कि वह "ग़लत सूचना" के अलावा "हानिकारक सूचना" से भी लड़ना चाहता है। हानिकारक जानकारी वह सामग्री है जो सत्य है, लेकिन इस एजेंसी की नीति के संदर्भ में शासन ढांचे के बाहर की मानी जाती है। इस परिभाषा के तहत, कोई भी सामग्री (इसकी सत्यता की परवाह किए बिना) जो अमेरिकी सरकार के हितों के लिए हानिकारक या असुविधाजनक है, उसे संभावित रूप से सेंसर किया जा सकता है। यह एजेंसी मानती है कि स्वतंत्र मीडिया और स्वतंत्र सामाजिक प्लेटफ़ॉर्म विभिन्न जानकारी, विचार और समीक्षाएं पेश करके एक विविधता और परस्पर प्रतिपक्षी विचारों के लिए एक माहौल बनाते हैं, जिससे वे क्रिटिकल जानकारी के विकास में मदद करते हैं। यह रिपोर्ट Reddit, Discord और 4chan जैसी प्लेटफ़ॉर्मों को "साजिशकर्ता वेबसाइट्स" के रूप में पेश करती है जो विभिन्न समूहों की मदद कर सकती हैं ताकि वे "लोकलुभावन विशेषज्ञता" बनाकर और अमेरिकी सरकार की आधिकारिक कथनों के विपरीत विचारों को फैलाकर, अमेरिकी सरकार की आधिकारिक नैरेटिव को चुनौती दे सकते हैं। गेम वेबसाइटों के साथ-साथ इन प्लेटफ़ॉर्मों से भी निपटा जाना चाहिए और उन्हें हाशिए पर डाल देना चाहिए। पिछले एक दशक से, अमेरिकी सरकारी एजेंसियां ​​वैकल्पिक मीडिया तक पहुंच का समर्थन करने के लिए सिलिकॉन वैली कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही हैं जो उनकी पूर्ण शक्ति को चुनौती देती हैं। यह मामला वॉशिंगटन की बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को दर्शाता है।

उन लोगों का बर्बादी जो "हमारे" के ख़िलाफ़ हैः

स्वतंत्र मीडिया को दबाने के लिए यूएसएआईडी की सबसे महत्वपूर्ण तकनीकों में से एक अंदरूनी मीडिया और प्रचार के माध्यम से सरकार से जुड़े हुए विज्ञापनकर्ताओं का पूर्ण समर्थन करना है और बदले में महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण मीडिया की फाइनेंशियल कमर को तोड़ देना है। इस संस्था का एक अन्य तरीक़ा अपने विरोधी सभी महत्वपूर्ण मीडिया की जानकारियों और ख़बरों को हर संभव तरीक़ों से रोकना है, जिसमें "विरोधियों के ब्रांड नाम और क्रेडिट और प्रतिष्ठा को बदनाम करना" भी शामिल है। Google, Facebook और YouTube जैसे प्लेटफ़ॉर्म ने "महत्वपूर्ण" सामग्री को कम करने और इसके बजाय समाचार स्रोतों और शासन के नैरेटिव को बढ़ावा देने के लिए अपने एल्गोरिदम को बदल दिया। नतीजा यह हुआ कि बेस्ट क्वालिटी वाली महत्वपूर्ण समाचार साइटों का ट्रैफ़िक रातों-रात कम हो गया। लेकिन सीएनएन और एनबीसी न्यूज़ जैसे पारंपरिक मीडिया,जो ऑनलाइन विफल हो रहे थे,गूगल पर सर्च की जाने वाली साइटों में शीर्ष पर पहुंच गईं।

स्वतंत्र मीडिया को दबाने के लिए यूएसएआईडी की सबसे महत्वपूर्ण तकनीकों में से एक अंदरूनी मीडिया का समर्थन करना है।

तख़्तापलट और ग़लत सूचनाओं का केंद्रः

USAID का अमेरिकी हितों को आगे बढ़ाने के लिए दुष्प्रचार को बढ़ावा देने का एक लंबा इतिहास है और अत्यधिक सेंसरशिप के लिए यह नया कार्यक्रम चिंता पैदा करता है। 2021 में, रंगीन क्रांति ((अमेरिकी समर्थक विद्रोह) के प्रयासों के पीछे भी यही संगठन सक्रिय था। USAID लंबे समय से क्यूबा की राजनीति में हस्तक्षेप करता रहा है और इस देश में हिप-हॉप संगीत सीन में घुसपैठ के अनेक योजनाएं और इसे एक क्रांतिकारी और सरकार के ख़िलाफ़ ताक़त के रूप में संगठित करने के प्रयासों की योजना बनाई है।

11 साल पहले,यूएसएआईडी ने गुप्त रूप से ज़ुन्ज़ुनेओ (Zunzuneo) नामक क्यूबा के लिए एक ख़ास सोशल नेटवर्क बनाया था। ऐप के हज़ारों यूज़र्स में से किसी को भी नहीं पता था कि अमेरिकी सरकार ने गुप्त रूप से इसे डिज़ाइन और मार्केटिंग की थी। इसके पीछे की योजना यह थी कि धीरे-धीरे इस सोशल नेटवर्क प्लेटफ़ार्म का दायरा बढ़ाया जाए और फिर क्यूबा के लोगों को अपनी सोच की ज़ंजीरों में जकड़ लिया जाए ताकि उनका विचार परिवर्तन करके विरोधी आंदोलनों की दिशा में मार्गदर्शन किया जा सके और इस देश की सरकार को गिराया जा सके। इसी तरह वर्ष 2002 में वेनेज़ुएला में हुए तख़्तापलट में भी यूएसएआईडी शामिल था। तख़्तापलट के कारण लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रपति ह्यूगो चावेज़ को अस्थायी रूप से उखाड़ फेंका गया और उनके स्थान पर एक अमेरिकी समर्थक तानाशाह को नियुक्त किया गया। तब से,यूएसएआईडी ने लगातार विभिन्न तरीक़ों से वेनेज़ुएला के लोकतंत्र को नष्ट करने की कोशिश की है,जिसमें स्व-घोषित राष्ट्रपति जुआन गुएडो को धन देना भी शामिल है। (RZ)

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