इंडोनेशिया और अन्य देशों में इस्राईली प्रोडक्ट्स के बायकॉट से ज़ायोनी कंपनियों को करोड़ो डॉलर का नुक़सान
इंडोनेशियाई लोगों ने फ़िलिस्तीनियों के समर्थन में इस्राईली प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल बंद कर दिया है, जिससे इस्राईली और ज़ायोनी कंपनियों को करोड़ो डॉलर का नुक़सान उठाना पड़ रहा है।
ग़ौरतलब है कि सिर्फ़ पिछले 4 महीनों के दौरान, अमरीकी फ़ास्ट फ़ूड चेन रोस्टोरैंट केएफ़सी को 21.5 मिलियन डॉलर का नुक़सान भुगतना पड़ा है। इंडोनेशियाई नागरिकों के बायकॉट के कारण, 2023 के पहले चार महीनों की तुलना में केएफ़सी की आय 2024 की इसी अवधि में 60 फ़ीसद कम हो गई है।
इंडोनेशिया एक ऐसा देश है, जहां मुसलमानों की आबादी सबसे ज़्यादा है। ग़ज़ा में इस्राईल के युद्ध अपराधों और अमानवीय हमलों के विरोध में यहां लोगों ने जिन अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट्स का बायकॉट किया है, उनमें मैकडॉनल्ड्स और प्यूमा भी शामिल हैं।
इंडोनेशिया उन 5 मुख्य देशों में से एक है, जहां ज़ायोनी शासन से संबंधित कंपनियों के उत्पादों का बायकॉट किया जा रहा है।
फ्रांस, सऊदी अरब, इंग्लैंड और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दुनिया के 15 देशों के 15,000 लोगों के बीच किए गए सर्वेक्षण से पता चलता है कि कम से कम तीन में से एक व्यक्ति ने इस्राईल का समर्थन करने वाली या उससे संबंधित कंपनियों के ब्रांडों और उत्पादों का बहिष्कार किया है।
इस सर्वे के मुताबिक़, जिन 5 देशों में लोग इस्राईली उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं, उनमें तीन मुस्लिम देश सऊदी अरब, यूएई और इंडोनेशिया शामिल हैं।
सऊदी अरब में आम नागरिक इस्राईली उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं, लेकिन आले सऊद शासन ज़ायोनी शासन के साथ अपने संबंधों को सामान्य बनाने की कोशिशें कर रहा है। इस देश के 71 फ़सीद नागरिकों का कहना है कि उन्होंने इस्राईली उत्पादों का इस्तेमाल बंद कर दिया है।
दिसंबर में वाशिंगटन इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए एक सर्वे में 96 प्रतिशत सउदी नागरिकों का मानना था कि ग़ज़ा में भयानक युद्ध अपराधों के कारण, अरब देशों को ज़ायोनी शासन से संबंध तोड़ लेने चाहिए। यूएई में 57 फ़ीसद लोगों ने कहा है कि उन्होंने इस्राईली उत्पादों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।
विश्व स्तर पर औसतन 37 फ़ीसदी लोगों ने ज़ायोनी शासन से संबंधित उत्पादों का बहिष्कार किया है। अरब और मुस्लिम देशों में यह आंकड़ा, वैश्विक औसत से अधिक है।
मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीक़ा में बायकॉट के कारण मार्च में स्टारबक्स को अपने 2,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा था।
मैकडॉनल्ड्स का कहना है कि मलेशिया और इंडोनेशिया सहित मुस्लिम देशों के साथ-साथ मध्य पूर्व उसके उत्पादों की बिक्री में भारी गिरावट आई है।
इस्राईल और अमरीका से संबंधित उत्पादों के बहिष्कार के कारण, इन देशों में घरेलू उत्पादों की बिक्री में वृद्धि हुई है।
ओमान में बड़ी संख्या में लोगों ने ज़ायोनी शासन से संबंधित कंपनियों की सॉफ़्ट ड्रिंक्स ख़रीदना बंद दिया है।
पाकिस्तान में भी बड़े पैमाने पर इस्राईली उत्पादों का बहिष्कार किया जा रहा है और यहां घरेलू कंपनियों ने वैकल्पिक उत्पाद बनाना शुरू कर दिए हैं। msm