अमरीकी पुलिस का सच आया सामने, भेदभाव पूर्ण रवैये के मिले सबूत
अमरीका की एक जांच रिपोर्ट में अफ़्रीक़ी और स्पेनिश मूल के अमरीकी नागरिकों के साथ हो रहे जातीय भेदभाव और पुलिस के अत्याचारों को स्वीकर किया गया है।
अमरीका में मौजूद आईआरआईबी के प्रतिनिधि की रिपोर्ट के अनुसार अमरीका के तीन सेवानिवृत्त न्यायाधीशों पर अधारित जांच समिति ने घोषणा की है कि इस देश के अफ़्रीकी और स्पेनिश मूल के नागरिकों को श्वेत अमरीकियों के मुक़ाबले में पुलिस हिंसा और नस्लवाद का अधिक सामना करना पड़ता है।
जजों की इस न्यायिक समिति, जो सैन फ्रांसिस्को में अमरीकन पुलिस के अत्याचारों और भेदभावपूर्ण व्यवहार के बारे में जांच कर रही है, उसका मानना है कि इस देश की पुलिस अश्वेतों और स्पेनिश मूल के अमरीकी नागरिकों की श्वेतों और एशियाई मूल के निवासियों की तुलना में अधिक तलाशी लेती है।
अमरीका की इस जांच समिति के विशेष निदेशक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि न्यायधीशों की समिति को पुलिस के पक्षपातपूर्ण रवैये के सबूत मिले हैं।
उल्लेखनीय है कि सैन फ्रांसिस्को के अटॉर्नी जनरल ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए कुछ वीडियो के बाद, मार्च 2015 में पुलिस अधिकारियों के भेदभावपूर्ण व्यवहार के बारे में एक जांच समिति स्थापित करने का आदेश दिया था।
इस समिति की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल चेक पोस्टों पर तलाशी के लिए रोकी जाने वाली गाड़ियों में 42 प्रतिशत ड्राइवर काले, 19 प्रतिशत स्पैनिश और 21 प्रतिशत सफेद और दस प्रतिशत एशियाई मूल के अमरीकी नागरिक थे। जिनमें से कई अश्वेतों पर जान लेवा हमलों का सामना करना पड़ा है। (RZ)