हिंसा का इस्लाम से कोई संबन्ध नहींः पोप
ईसाई धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने कहा है कि इस्लाम को हिंसा के साथ जोड़ना ग़लत है।
फ़्रांस प्रेस के अनुसार पोप फ्रांसिस ने कहा है कि हिंसा के साथ इस्लाम को जोड़ना ग़लत है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों में कुछ शरारती समूह होते हैं। हमारे यहां भी हैं। पोप फ्रांसिस ने इस्लाम को हिंसा से जोड़ने का विरोध करते हुए कहा कि कैथोलिक लोग भी बहुत अधिक घातक हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि रोजाना जब मैं अखबार पढ़ता हूं तो देखता हूं कि इटली में कोई अपनी प्रमेका की हत्या कर रहा है तो कोई अपनी सॉस की हत्या कर रहा है। यदि हम इस्लामिक हिंसा की बात करते हैं तो फिर ईसार्ई हिंसा की भी बात करनी होगी। पोप ने कहा कि सभी मुसलमान हिंसक नहीं होते।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के कई कारण हो सकते हैं लेकिन धर्म, कभी भी आतंकवाद को प्रेरित करने वाला नहीं हो सकता। पोप फ्रांसिस ने कहा है कि आतंकवाद तभी पनपता है जब पैसा कमाने का कोई विकल्प नहीं बचता। यह आतंकवाद का पहला रूप है और यह पूरी मानवता के ख़िलाफ़ है। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकल्पों के अभाव के कारण हमें आतंकवाद जैसी बुराई देखने को मिल रही है।