इमरान ख़ान की नज़र में यह है पाकिस्तान के लिए शांति व ख़ुशहाली का मंत्र ...
(last modified Wed, 02 Aug 2017 12:56:23 GMT )
Aug ०२, २०१७ १८:२६ Asia/Kolkata
  • 30 जुलाई 2017 को इस्लामाबाद में रैली के दौरान विपक्ष के नेता इमरान ख़ान समर्थकों के बीच बोलते हुए (एएफ़पी के सौजन्य से)
    30 जुलाई 2017 को इस्लामाबाद में रैली के दौरान विपक्ष के नेता इमरान ख़ान समर्थकों के बीच बोलते हुए (एएफ़पी के सौजन्य से)

पाकिस्तान में विपक्ष के नेता इमारान ख़ान ने कहा है कि अगर इस्लामाबाद देश में ख़ुशहाली व शांति चाहता है तो ख़ुद को अमरीका से अलग करे और “आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग” से निकल जाए।

पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर व तेहरीके इंसाफ़ पार्टी के प्रमुख इमारान ख़ान ने मंगलवार को द गार्डियन से इंटर्व्यू में कहा कि उन्हें यक़ीन है कि अगले साल का संसदीय चुनाव उनकी पार्टी जीतेगी और वह प्रधान मंत्री बनेंगे।

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक फ़ैसले में नवाज़ शरीफ़ को भ्रष्टाचार के आरोप में प्रधान मंत्री के पद से हटा दिया। पाकिस्तानी संसद ने शरीफ़ के घटक शाहिद अब्बास ख़ाक़ानी को अंतरिम प्रधान मंत्री नियुक्त किया है।

इमरान ख़ान ने कहा, “खेद की बात है कि हमारा सत्ताधारी वर्ग अमरीकियों से डॉलर लेकर आतंकवाद के ख़िलाफ़ जंग में शामिल हो गया। इसके नतीजे में हमारे समाज में बहुत नफ़रत पैदा हो गयी। इससे उत्पात मच गया है।”

उन्होंने कहा कि वह पाकिस्तान के अंतर्राष्ट्रीय संबंध को बदलने के लिए तय्यार हैं।

 

अमरीकी मदद लेने के पूरी तरह ख़िलाफ़

इमरान ख़ान ने कहा कि पाकिस्तानी सेना को वॉशिंग्टन की ओर से मदद ने देश को ग़ुलाम बना लिया है और अगर उनके बस में होता तो इस्लामाबाद अमरीकी मदद को पूरी तरह रद्द कर देता।

उन्होंने कहा कि “मदद से देश अपाहिज हो जाता है। यह देश को ग़ुलाम बनाती है। आप पर विदेश से फ़ैसले थोपे जाते हैं। मैं पूरी तरह इसके ख़िलाफ़ हूं।” (MAQ/N)

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