जेसीपीओए में ग़ैर परमाणु विषय शामिल करना ग़लत हैः रूस
रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने शुक्रवार को न्यूयार्क में कहा कि संयुक्त कार्य योजना या जेसीपीओए में ग़ैर परमाणु विषय दाख़िल करना ग़लत हैै
वाशिंग्टन के अधिकारियों ने हाल ही में नया विवाद खड़ा करके जेसीपीओए को निशाना बनाने का प्रयास किया। ट्रम्प ने जब से सत्ता संभाली है उन्होंने हमेशा ही जेसीपीओए पर प्रहार किया है। अमरीकी अधिकारी भी जेसीपीओए को रद्द करने या उसके अनुच्छेदों को बदलवाने का प्रयास कर रहे हैं।
रूस के विदेशमंत्री ने जेसीपीओए के बारे में अमरीकी अधिकारियों के रवैये की आलोचना करते हुए कहा कि वाशिंग्टन को यदि कई चिंताएं हैं तो वह समझौते में वर्णित सुझाव के माध्यम से अपनी चिंताएं दूर करे। लावरोफ़ ने कहा कि रूस और यूरोपीय देश, परमाणु समझौते को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
इससे पहले ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा था कि अब समय आ गया है कि अमरीकी वास्तविकताओं को बदलने से बाज़ रहे और जेसीपीओए पर अमल करना आरंभ करें जिस प्रकार ईरान उस पर अमल कर रहा है।
इससे पहले फ़्रांस के विदेशमंत्री ने भी जेसीपीओए का समर्थन करते हुए कहा था कि पेरिस, जेसीपीओए के बारे में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के दृष्टिकोण से चिंतित है।
यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी फ़ेडरिका मोग्रेनी ने बल दिया था कि परमाणु समझौता विश्व समुदाय का समझौता है और यह कोई द्विपक्षीय समझौता नहीं है जिसमें कोई परिवर्तन किया जा सके।
दूसरी ओर क्यूबा के विदेशमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के 72वें अधिवेशन में जेसीपीओए की रक्षा और उसके समस्त पक्षों द्वारा उस पर प्रतिबद्धता पर बल दिया था। उन्होंने कहा कि उनका देश चाहता है कि ईरान के साथ होने वाले परमाणु समझौते का सम्मान किया जाए। (AK)