रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा बंद की जाएः यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ के विदेशी मामलों की प्रभारी ने म्यांमार सरकार की प्रमुख सलाहकार से बात करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ जारी हिंसा बंद किए जाने की मांग की है।
फ़ेड्रीका मोगरीनी ने बुधवार को आंग सान सूची से टेलीफ़ोन पर बात करेे हुए कहा कि म्यांमार की सरकार को रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा को रोकने के लिए व्यवहारिक क़दम उठाने चाहिए। इसी तरह संयुक्त राष्ट्र संघ के उपमहासचिव जेफ़री फ़ेल्टमैन ने रोहिंग्या मुसलमानों तक मानवीय सहायताएं न पहुंचने देने के कारण म्यांमार सरकार की आलोचना की है। इससे पहले इस्लामी गणतंत्र ईरान समेत संसार के अनेक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों पर किए जा रहे अत्याचारों को तुरंत रोके जाने की मांग की थी।
ज्ञात रहे कि म्यांमार के राख़ीन प्रांत में 25 अगस्त से इस देश की सेना और चरमपंथी बौद्धों ने अत्याचारग्रस्त रोहिंग्या मुसलमानों के ख़िलाफ़ हिंसा का नया सिलसिला शुरू कर िया है जिसमें अब तक कई हज़ार लोग हताहत और घायल हो चुके हैं जबकि पांच लाख से अधिक रोहिंग्या, बांग्लादेश में शरण लेने पर विवश हो गए हैं। (HN)