सुरक्षा बलों के हमलों से बौखलाए आतंकी अब आत्मघाती हमले कर रहे हैं,
अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति मुहम्मद अशरफ़ ग़नी ने कहा है कि अफ़ग़ान फ़ोर्सेज़ से बार बार पराजित होने के बाद आतंकी संगठन ने आत्मघाती हमले तेज़ कर दिए हैं।
अशरफ़ ग़नी ने काबुल में पुलिस पर होने वाले आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि अफ़ग़ान फ़ोर्सेज़ ने कई क्षेत्रों में बार बार दाइशी आतंकियों को पराजित किया है और आतंकी संगठन को भारी नुक़सान पहुंचाया है जिससे हताश आतंकियों ने काबुल में हमला किया।
ज्ञात रहे कि गुरुवार की रात काबुल में सुरक्षा बलों पर होने वाले आतंकी हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए और 25 अन्य घायल हो गए।
पिछले एक हफ़्ते में दाइशी आतंकियों ने काबुल और नंगरहार में कई आतंकी हमले किए जिनमें कुल मिलाकर लगभग 80 लोग मारे गए।
विशेषज्ञों का मानना है कि अमरीका वैसे तो आतंकवाद से लड़ाई के नाम पर अफ़ग़ानिस्तान में मौजूद है लेकिन यह तथ्य है कि वह दाइश की मदद कर रहा है जिस तरह उसने इस आतंकी संगठन की मदद इराक़ और सीरिया में भी की।
अमरीका चाहता है कि दाइशी आतंकी अमरीका के हितों को कोई नुक़सान न पहुंचाए और अफ़ग़ानिस्तान के भीतर अपना पांव पसारें और पड़ोसी देशों के लिए समस्याएं पैदा करें।