जो देश अपने आलोचकों की हत्या करे उसका समर्थन बंद करोः बर्नी सेंडर्ज़
अमरीकी सेनेटर का कहना है कि वाशिंगटन को उस देश का समर्थन नहीं करना चाहिए जो अपने आलोचक की काउंस्लेट में बुलाकर हत्या करता है।
बर्नी सेंडर्ज़ ने कहा कि एेसे देश का समर्थन कैसे किया जा सकता है जो अपने ही आलोचकों की हत्या करता हो। उन्होंने कहा कि लेखक और पत्रकार जमाल खाशुक़जी की हत्या में सऊदी अरब के लिप्त होने की पुष्टि की स्थिति में अमरीका को यमन युद्ध से निकल जाना चाहिए।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब के एक जानेमाने पत्रकार जमाल खाशुक़जी, 2अक्तूबर 2018 को तुर्की में सऊदी अरब के काउन्सलेट में गए थे। उस दिन के बाद से खाशुक़जी का कोई पता नहीं है। कुछ संचार माध्यमों ने रिपोर्ट दी है कि खाशुक़जी की हत्या इस्तांबोल में सऊदी साउन्सलेट में कर दी गई और उनके शव को सऊदी काउन्सलेट से बाहर ले जाया गया है। एमनेस्टी इंटरनैश्नल ने अपने बयान में कहा है कि जमाल खाशुक़जी की हत्या इस अर्थ में है कि सऊदी अरब के आलोचकों की जान न केवल सऊदी अरब के भीतर बल्कि इस देश के बाहर भी सुरक्षित नहीं है। विश्व समुदाय ने खाशुक़जी के मामले में रेयाज़ से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
सऊदी अरब की सरकार के कड़े आलोचक जमाल खाशुक़जी का नाम रेयाज़ की ब्लैक लिस्ट में था। सऊदी अधिकारी उनकी तलाश में थे। खाशुक़जी, अपनी गिरफ़्तारी के डर से सऊदी अरब के बाहर जीवन गुज़ार रहे थे।