अमेरिका में हिंसक प्रदर्शनों का क्रम जारी, ग़ुस्साए प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की मूर्ति को पहुंचाया नुक़सान
(last modified Thu, 04 Jun 2020 08:33:11 GMT )
Jun ०४, २०२० १४:०३ Asia/Kolkata
  • अमेरिका में हिंसक प्रदर्शनों का क्रम जारी, ग़ुस्साए प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की मूर्ति को पहुंचाया नुक़सान

अमेरिका में अफ़्रीक़ी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस बर्बरता के चलते हुई मौत से ग़ुस्साए लोगों द्वारा व्यापक स्तर पर किए जा रहे विरोध-प्रदर्शनों का क्रम जारी है। इस दौरान कई जगहों पर हिंसा, तोड़फोड़ और लूटपाट की घटनाएं भी बहुत हो रही हैं। इसी बीच 'Black Lives Matter' प्रदर्शन के बीच अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर महात्मा गांधी की एक मूर्ति को भी नुक़सान पहुंचा है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिका में अश्वेत नगरिक की पुलिस द्वारा की गई निर्मम हत्या के बाद जारी विरोध-प्रदर्शनों का तुफ़ान थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बीच प्रदर्शनकारियों ने वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर बनी महात्मा गांधी की एक मूर्ति को भी क्षति पहुंचाई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, अज्ञात प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा को ग्राफिटी और स्प्रे पेंटिंग से बिगाड़ दिया, जिसके बाद भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने स्थानीय क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों के सामने शिकायत दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि यह घटना दो और तीन जून की आधी रात में हुई है। भारतीय दूतावास ने विदेश विभाग को इसकी जानकारी देने के बाद स्थानीय क़ानून प्रवर्तन एजेंसियों से शिकायत की, जो मामले की पड़ताल कर रही हैं।

भारतीय मीडिया के मुताबिक़, इस घटना के सामने आने के बाद भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर ने माफ़ी मांगी है। न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, केन जस्टर ने गुरुवार को कहा, 'वॉशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी की मूर्ति के साथ हुए दुर्व्यवहार की घटना से हम शर्मिंदा हैं, इसके लिए हम माफ़ी मांगते हैं।' समाचार एजेंसी ने जानकारी दी है कि यूनाइटेड स्टेट्स पार्क पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है। मेट्रोपोलिटन पुलिस के अधिकारियों की टीम ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा किया और वह छानबीन कर रही है। प्रतिमा को जल्द से जल्द साफ़ करने की भी कोशिशें की जा रही है। अमेरिकी की राजधानी  वॉशिंगटन डीसी में विदेशी नेताओं की कुछ प्रतिमाओं में से एक महात्मा गांधी की भी प्रतिमा है, जिसका अनावरण अमेरिका की 16 सितंबर 2000 की यात्रा के दौरान तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेई ने तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन की मौजूदगी में किया था।

उल्लेखनयी है कि, बीते 25 मई को अमेरिकी शहर मिनियापोलिस में एक श्वेत पुलिस अधिकारी ने अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की गिरफ्तारी करते हुए उसके गले पर अपना घुटना बेरहमी से दबा दिया था, जिसके कारण उसकी मौत हो गई थी। तबसे अमेरिका के हर राज्य में ज़बरदस्त प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान कई जगहों पर दंगे और आगज़नी की कई घटनाएं सामने आई हैं। कई जगहों पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने कई अमेरिकी स्मारकों को नुक़सान पहुंचाया है। वाशिंगटन डीसी में प्रदर्शनकारियों ने इसी सप्ताह एक ऐतिहासिक चर्च को जला दिया और राष्ट्रीय स्मारक और लिंकन स्मारक जैसी कुछ ऐतिहासिक धरोहरों को भी नुक़सान पहुंचाया है। (RZ)

 

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