जॉर्ज फ़्लॉयड का अंतिम संस्कार, भारी भीड़ उमड़ी, जो बाइडन भी पहुंचे
(last modified Tue, 09 Jun 2020 13:47:02 GMT )
Jun ०९, २०२० १९:१७ Asia/Kolkata
  •  जॉर्ज फ़्लॉयड का अंतिम संस्कार, भारी भीड़ उमड़ी, जो बाइडन भी पहुंचे

मिनियापोलिस में पुलिस के हाथों बड़ी निर्ममता से मारे जाने वाले जॉर्ज फ़्लॉयड का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा।

फ़्लॉयड की मौत के बाद अमरीका और अमरीका के बाहर कई देशों में आक्रोश फैल गया और उनकी हत्या के बाद से निरंतर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं जिनमें से कुछ हिंसक भी हो गए। जॉर्ज फ़्लॉयड का अंतिमम संस्कार मंगलवार को टेक्सास राज्य के ह्यूस्टन शहर में होगा जहाँ वे मिनियापोलिस राज्य में जाने से पहले रहा करते थे। उनके अंतिम संस्कार से पहले मिनियापोलिस के अलावा नॉर्थ कैरोलिना राज्य में भी श्रद्धांजलि सभाएँ हुई हैं जहाँ फ़्लॉयड का जन्म हुआ था।

 

फ़्लॉयड के शव को अंतिम संस्कार के लिए ह्यूस्टन के एक चर्च ले जाया गया जहाँ छः घंटे तक हज़ारों लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। अमरीका के पूर्व उप राष्ट्रपति और नवम्बर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी जो बाइडन ने भी ह्यूस्टन में जॉर्ज फ़्लॉयड के रिश्तेदारों से मुलाक़ात कर संवेदना जताई है। इस बीच सोमवार को जॉर्ज फ़्लॉयड के हत्यारे पुलिसकर्मी को ज़मानत मिल गई है। ज़मानत के लिए साढ़े बारह लाख डॉलर की रक़म तय की गई है। आरोप की गंभीरता और सार्वजनिक तौर पर जिस तरह इस मुद्दे को लेकर लोगों में नाराज़गी है उसे देखते हुए ज़मानत के बदले ये रक़म तय की गई।

 

जॉर्ज फ़्लॉयड की हत्या के बाद अमरीका में नस्लीय भेदभाव के ख़िलाफ़ आक्रोश भड़क गया है। इसके ख़िलाफ़ दुनिया के अन्य देशों में भी प्रदशर्न हुए हैं। अमरीका समेत दुनिया के कई हिस्सों में पुलिस व्यवस्था में सुधार की मांग भी की गई। इसी क्रम में डेमोक्रेट्स नेताओं ने पुलिस बर्बरता और नस्लवाद के ख़िलाफ़ पुलिस प्रशासन में सुधार के लिए एक व्यापक क़ानून का प्रस्ताव दिया है। (HN)

टैग्स