नम आंखों से अमेरिकी जनता ने दी जॉर्ज फ़्लॉयड को अंतिम विदाई, मासूम बेटी ने पूछा 'हमारे डैडी क्यों चले गए'?
अश्वेत अमेरिकी नागरिक जॉर्ज फ़्लॉयड की पुलिस के हाथों मौत के बाद दुनियाभर में विरोध प्रदर्शन हुए और लोगों ने नस्लीय अन्याय का मुद्दा उठाया। ह्यूस्टन में मंगलवार को जॉर्ज फ़्लॉयड का अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार के पहले फ़्लॉयड का शव अंतिम दर्शन के लिए फाउंटेन ऑफ प्रेज चर्च में रखा गया जहां हज़ारों की संख्या में आम लोगों समेत कई प्रसिद्ध हस्तियां और राजनेता शामिल हुए।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिकी पुलिस के हाथों बेरहमी से मारे गए जॉर्ड फ़्लॉयड एक साधारण व्यक्ति थे लेकिन भाग्य द्वारा "एक आंदोलन की आधारशिला" में परिवर्तित हो गए। चर्च में अंतिम दर्शन का सीधा प्रसारण अमेरिका के सभी मुख्य टीवी नेटवर्क पर किया। चर्च में ढाई हज़ार से अधिक लोग अंतिम दर्शन के लिए शामिल हुए। फ़्लॉयड की मौत के बाद अमेरिका में ग़ुस्से का उबाल आ गया और कई राज्यों में हिंसा और आगज़नी तक हुई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, व्हाइट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को भूमिगत बंकर में छिपना पड़ा था।
इस बीच जॉर्ड फ़्लॉयड के अंतिम संस्कार के दौरान फ़्लॉयड की छह वर्षीय बच्ची के एक मासूम सवाल ने अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडन को उलझन में डाल दिया। मामला उस वक्त का है, जब बाइडन वीडियो कॉल के ज़रिए फ़्लॉयड के परिवार को अपनी संवदेना व्यक्त कर रहे थे। तब बच्ची ने उनसे एक मासूम सा सवाल पूछा कि 'हमारे डैडी क्यों चले गए' ? पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति ने फ़्लॉयड की बेटी को यह समझाते हुए उसके आंसू पोछने की कोशिश की किसी भी बच्चे को ऐसा सवाला नहीं पूछना चाहिए जो कि बहुत सारे अश्वेत बच्चों को अपनी पीढि़यों के लिए पूछना पड़ा है। उन्होंने कहा कि तुम्हारे पिता के साथ न्याय होगा। अमेरिका में नस्लीय हिंसा का रास्ता साफ होगा। उन्होंने कहा ऐसा तब संभव होगा जब 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार देश का राष्ट्रपति बनेगा। बता दें कि नवंबर महीने में अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेट्स की ओर से जो बाइडन इस पद के उम्मीदवार हैं। (RZ)