वह 3 नाम जिन्हें ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ने ख़शोगी की हत्या संबंधी लिस्ट से, प्रकाशित करने के तुरंत बाद हटाया ...
(last modified Mon, 01 Mar 2021 08:46:04 GMT )
Mar ०१, २०२१ १४:१६ Asia/Kolkata
  • वह 3 नाम जिन्हें ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ने ख़शोगी की हत्या संबंधी लिस्ट से, प्रकाशित करने के तुरंत बाद हटाया ...

ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ओडीएनई ने, सऊदी पत्रकार जमाल ख़शोगी या जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या में लिप्त सऊदियों में से 3 लोगों के नाम वेबासाइट पर छापने के तुरंत बाद हटा दिया।

ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ओडीएनई ने, सऊदी पत्रकार जमाल ख़शोगी या जमाल ख़ाशुक़्जी की हत्या में लिप्त सऊदियों के बारे में अपनी अस्ल रिपोर्ट को, जिसका लंबे समय से इंतेज़ार था, शुक्रवार को वेबसाइट प्रकाशित करने के थोड़े ही समय बाद हटा लिया और उसकी जगह दूसरी रिपोर्ट प्रकाशित की जिसमें 3 नाम नहीं थे जिसे उसने पहले वाली रिपोर्ट में सहापराधी कहा था।

ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ने स्पष्टीकरण देने से इंकार कर दिया कि वे तीन नाम जिनका पहली लिस्ट में ज़िक्र था, उनका अगर ख़शोगी की हत्या में कोई रोल था तो क्या था। ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स के प्रवक्ता ने सीएनएन को बतायाः “हमने वेबसाइट पर अस्ल रिपोर्ट का रिवाइज़्ड वर्जन प्रकाशित किया क्योंकि पहले वाली रिपोर्ट में ग़लती से तीन नाम आ गए थे, जिसे नहीं होना चाहिए था।”

पहला नाम, जिसे लिस्ट से हटाया गया वह अब्दुल्लाह मोहम्मद अलहोवरैनी का था। ख़शोगी की हत्या में उनका नाम पहले नहीं आया था।

सऊदी गुप्तचर विभाग के भीतरी सिस्टम से परिचित शख़्स के मुताबिक़, वह, जनरल अब्दुल अज़ीज़ बिन मोहम्मद अलहुवैरानी का भाई है, जो सऊदी अरब के प्रभावी विभाग प्रेज़िडेन्सी ऑफ़ स्टेट सेक्युरिटी के प्रमुख हैं। यह विभाग आतंकवाद निरोधक और इन्टेलिजेन्स एजेन्सियों पर नज़र रखने वाला विभाग है। अब्दुल्लाह का नाम सऊदी रिपोर्ट में आतंकवाद निरोधक स्टेट सेक्युरिटी विभाग के उपप्रमुख के तौर पर ज़िक्र था।

ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स की रिपोर्ट में ज़िक्र होने और फिर हटाया जाने वाला दूसरा और तीसरा नाम यासिर ख़ालिद अस्सालिम और इब्राहीम अस्सालिम का है। यह बात स्पष्ट नहीं है कि ये दो लोग कौन हैं।

ये 3 नाम, उन 18 नामों में नहीं थे, जिन्हें अमरीका ने, ख़शोगी की हत्या मामले में ज़िक्र करने की इजाज़त दी। वे 18 नाम जो इंटेलिजेन्स की संशोधित लिस्ट में शामिल हैं, जिसे ऑफ़िस ऑफ़ नेश्नल इंटेलिजेन्स ने अपनी वेबसाइट पर “वी-टू” लिखा है, साफ़ तौर पर इस बात की तरफ़ इशारा है कि यह रिपोर्ट का बदला हुआ वर्जन है। (MAQ/N)

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